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Corona: राजस्थान में आर्मी ने 5 घंटे में तैयार किया 100 बेड्स का कोविड सेंटर, ऑक्सीजन की व्यवस्था भी की

इस वायरस को हराने के लिए अब सेना मैदान में उतर चुकी है. सरहदों पर जान की हिफाजत करने वाले भारतीय सेना के जवान अब कोरोना की आपदा में भी इंसानी जीवन बचाने के लिए जुट गए हैं. 

Updated on: 24 Apr 2021, 11:14 AM

highlights

  • राजस्थान में सेना ने संभाला मोर्चा
  • महज 5 घंटे में तैयार किया अस्पताल
  • सेना के सिर्फ 25 जवानों ने तैयार किया अस्पताल

नई दिल्ली:

इस समय पूरी दुनिया में कोरोना वायरस (Corona Virus) ने कहर मचा रखा है. भारत में भी ये खतरनाक वायरस (COVID-19) जमकर तबाही मचा रहा है. ये महामारी हर रोज नया रिकॉर्ड बना रही है. हर रोज लाखों की संख्या में नए मरीज सामने आ रहे हैं. तो वहीं हजारों लोग अपनी जिंदगी गंवा रहे हैं. देश में जंग से भी बदतर हालात हो चुके हैं. इस वायरस को हराने के लिए अब सेना मैदान में उतर चुकी है. सरहदों पर जान की हिफाजत करने वाले भारतीय सेना के जवान अब कोरोना की आपदा में भी इंसानी जीवन बचाने के लिए जुट गए हैं. 

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सरहदी बाड़मेर (Barmer) जिले में कोरोना के लगातार बढ़ रहे मरीजों की जान बचाने के लिए भारतीय सेना के जवानों ने इंजीनियरिंग कॉलेज में महज 5 घटों में 100 बेड का कोविड सेंटर तैयार कर दिया है. यह सेंटर शुक्रवार को जिला प्रशासन के सुपुर्द कर दिया गया. भारतीय सेना ने एक बार फिर से वो काम करके दिखाया जिसके लिए वो पूरी दुनिया में जानी जाती है. जैसे ही बाड़मेर प्रशासन ने सेना को बताया कि यहां के हालात बेकाबू हो गए हैं और जिले का अस्पताल फुल है. मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. तो सेना ने मोर्चा संभाला.

जिले में तेजी से बढ़ते कोरोना संक्रमितों के लिहाज से प्रशासन को यह लग रहा है कि अस्पतालों में मरीजों को रखने की जगह नहीं है. लिहाजा, बाड़मेर के प्रशासन ने पिछले दिनों सेना से मदद मांगी थी. इमरजेंसी जैसे हालातों में जिले को एक अस्पताल की जरूरत थी, सेना के 25 जवानों ने बुधवार शाम 5:00 बजे से इंजीनियरिंग कॉलेज में नया कोविड सेंटर बनाने की तैयारी शुरू कर दी और रात 11:00 बजे अस्पताल बनाकर पूरा कर दिया.  जिसके अंदर बेड से लेकर सारी सुविधाएं मौजूद हैं. इसी सेंटर पर ऑक्सीजन की व्यवस्था की गई है.  यहां पर उन मरीजों को रखा जाएगा जिन्हें डॉक्टर की निगरानी की जरूरत है. 

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बाड़मेर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी बाबूलाल विश्रोई ने मीडिया को बताया कि जिले में तेजी से बढ़ते कोरोना रोगियों के आंकड़ों को देखकर जिला कलेक्टर मोहन दान रतनू के माध्यम से भारतीय सेना से मदद मांगी गई थी. उन्होंने इंजीनियरिंग कॉलेज में 100 बेड का एक कोविड सेंटर तैयार कर लिया है. उन्होंने बताया कि जिला मुख्यालय की बालिका स्कूल समेत अन्य स्थानों पर भी ऐसा ही अभिनव प्रयोग किया जाएगा.