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जोधपुर: CM अशोक गहलोत के पैतृक निवास पहुंची CBI, कार्यकर्ताओं को याद आए महावीर हनुमान

खाद घोटाले में सीबीआई की टीम ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के भाई के घर और दुकान पर छापेमारी की. इस दौरान उनके भाई अग्रसेन गहलोत से 12 घंटे तक पूछताछ की गई. हालांकि इस दौरान जोधपुर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सीबीआई टीम का रास्ता रोका...

Updated on: 18 Jun 2022, 09:40 AM

highlights

  • मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के घर पहुंची सीबीआई टीम
  • कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने किया हनुमान चालीसा का पाठ
  • पोटाश घोटाले को लेकर सीबीआई कर रही छानबीन

जोधपुर:

खाद घोटाले में सीबीआई की टीम ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के भाई के घर और दुकान पर छापेमारी की. इस दौरान उनके भाई अग्रसेन गहलोत से 12 घंटे तक पूछताछ की गई. हालांकि इस दौरान जोधपुर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सीबीआई टीम का रास्ता रोका और जोरदार तरीके से विरोध प्रदर्शन किया. लेकिन जब वो सीबीआई की टीम को रोकने में विफल रहे, तो वहीं पर हनुमान चालीसा का पाठ करने लगे. इस बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राहुल गांधी के साथ खड़े होने से बदले की भावना में उनके परिवार को निशाना बनाया जा रहा है.

हनुमान चालीसा का पाठ करते रहे कांग्रेस कार्यकर्ता

इससे पहले, शुक्रवार को जोधपुर में सीबीआई की टीम जैसे ही अग्रेसन गहलोत के घर से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पैतृक घर जाने के लिए निकली, तो सीबीआई टीम का कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने रास्ता रोक लिया. और जमकर विरोध प्रदर्शन किया. इसके बाद पुलिस की मदद से सीबीआई की टीम गहलोत के पैतृक घर पहुंची और जांच शुरु की. सीबीआई की कार्रवाई के विरोध में दिनभर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने हनुमान चालीसा का पाठ कर विरोध प्रदर्शन किया.

मेरी राजनीति की वजह से परिवार को बनाया जा रहा निशाना

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी से ईडी की पूछताछ के दौरान आंदोलन में खड़े होने की वजह से उनके परिवार को सीबीआई निशाना बना रही है. गहलोत ने कहा कि 13 जून को उन्होंने सीबीआई निदेशक से मिलने का समय मांगा था. लेकिन 15 जून को सीबीआई ने केस दर्ज कर लिया और 17 जून को रेड कर दी. उन्होंने ये भी कहा कि वो 50 साल से राजनीतिक जीवन में हैं, लेकिन उनके भाई का राजनीति से कोई लेना-देना नहीं.

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अग्रसेन गहलोत की कंपनी पर लगी थी 5.46 करोड़ की पेनाल्टी

बता दें कि डायरेक्ट्रोरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस ने 2012-13 में पोटाश घोटाले का खुलासा किया था. ईडी के अनुसार अग्रसेन गहलोत की कंपनी अनुपम कृषि, म्यूरियेट ऑफ पोटाश (एमओपी) फर्टिलाइजर के एक्सपोर्ट पर बैन होने के बावजूद उसके निर्यात में शामिल थी. एमओपी को इंडियन पोटाश लिमिटेड (आईपीएल) निर्यात कर किसानों को सब्सिडी पर बेचती है. अग्रसेन गहलोत आईपीएल के ऑथराइज्ड डीलर थे. 2007 से 2009 के बीच उनकी कंपनी ने सब्सिडाइज रेट पर एमओपी खरीदा. उसे किसानों को बेचने के बजाय मुनाफा में दूसरी कंपनी को बेच दिया गया. उन कंपनियों ने एमओपी को इंडस्ट्रियल सॉल्ट के नाम पर मलेशिया और सिंगापुर पहुंचा दिया. इस मामले में कस्टम विभाग ने अग्रसेन की कंपनी पर करीब 5.46 करोड़ रुपए की पेनाल्टी भी लगाई थी.