राजस्थान के बूंदी जिले से रूह कंपा देने वाला मामला सामने आया है. यहां अंधविश्वास के चलते एक महिला के साथ डायन बताकर दरिंदगी की गई, उसके बदन को गर्म सलाखों से दागा गया है. इतना ही नहीं हैवानों ने सिर के बाल काटकर मुंह काला कर पूरे गांव में घुमाया.
बताया जा रहा है कि पीड़िता हिडोंली थाना क्षेत्र के खाशहाली का झौपड़ा बापजी देवस्थान पर इलाज के लिए पहुंची थी जहां उसके साथ ये खौफनाक वारदात घटी.
हिडोंली थाना प्रभारी पवन मीना ने बताया कि पीड़िता शाहपुरा जिले की रहने वाली है. वह पेट दर्द से काफी परेशान चल रही थी. ऐसे में किसी ने उसे सलाह दी कि खाशहाली के देवस्थान पर जाने से उसकी बीमारी ठीक हो जाएगी. इसलिए महिला 24 नवंबर को अपने बेटे के साथ वहां पहुंची थी.
इलाज के नाम पर दरिंदगी
घटनास्थल पर मौजूद बाबूलाल रैगर, सोनू मीणा और गौरी देवी ने कथित तौर पर देवता का आह्वान किया. फिर उन्होंने महिला को पकड़ लिया और डायन होने का आरोप लगाने लगे. हद तो तब हो गई जब महिला को गर्म सलाखों से दागा गया और उसके सिर के बाल काट दिए गए. फिर उसका मुंह काला कर पूरे गांव में घुमाया गया.
इतना ही नहीं, पीड़िता को एक पेड़ से बांध दिया गया और एक दिन तक देवस्थान पर रखा गया. इसके बावजूद उसकी तबीयत में कोई सुधार नहीं हुआ तो आरोपियों ने उसे 25 नवंबर की रात को छोड़ दिया.
आरोपियों के खिलाफ एक्शन
फिलहाल, इस घटना के बाद महिला ने थाने में शिकायत दर्ज कराई है. पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर छापेमारी भी शुरू कर दी है. लेकिन इस बर्बरता ने एक बार फिर ग्रामीण अंधविश्वास और अमानवीयता की ओर ध्यान आकर्षित किया है. इसके चलते न जाने कितने लोग इसका शिकार हो चुके हैं.
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