logo-image

राजनीति का गजब दांव- कांग्रेस की जिला परिषद सदस्य भाजपा से जिला प्रमुख बनीं

राजस्थान में कुछ समय पहले जिला परिषद के सदस्यों को चुनाव हुए थे. इसमें छह जिलों में चार में कांग्रेस का बहुमत था. एक जिले में भाजपा का बहूमत था. सोमवार को सभी छह जिलों में जिला प्रमुख का चुनाव होना था.

Updated on: 06 Sep 2021, 07:14 PM

नई दिल्ली :

राजनीति में कभी भी, कुछ भी हो सकता है. ये बात साबित हुई है राजस्थान में जिला प्रमुख चुनाव में. यहां पर जो महिला प्रत्याशी कांग्रेस से जिला परिषद सदस्य बनी थीं, वह सोमवार को जिला प्रमुख का चुनाव था तो सुबह-सुबह वह पाला बदलकर भाजपा में पहुंच गईं. तुरंत उन्हें भाजपा से जिला प्रमुख का उम्मीदवार बनाया गया और शाम को वह भाजपा से जिला प्रमुख का चुनाव जीत गईं. भाजपा के इस दांव से कांग्रेसी हतप्रभ हैं तो तमाम विशेषज्ञ नैतिकता और राजनीति के बीच शून्य होते संबंध पर चर्चा कर रहे हैं. 

अब विस्तार से बताते हैं कि आखिर हुआ क्या. राजस्थान में कुछ समय पहले जिला परिषद के सदस्यों को चुनाव हुए थे. इसमें छह जिलों में चार में कांग्रेस का बहुमत था. एक जिले में भाजपा का बहूमत था. सोमवार को सभी छह जिलों में जिला प्रमुख का चुनाव होना था. इसमें जयपुर जिले में रमा देवी चोपड़ा कांग्रेस से जिला परिषद सदस्य थीं. यहां कांग्रेस बहुमत में थी. सोमवार सुबह एक अन्य सदस्य के साथ वह भाजपा में शामिल हो गईं. इसके बाद जिला प्रमुख चुनाव में वह भाजपा की कैंडिडेट के रूप में उतरीं. उन्हें 26 वोट मिले, जबकि भाजपा के अपने कुल 24 ही जिला परिषद सदस्य थे. इस तरह बहुमत होते हुए भी जयपुर में कांग्रेस जिला प्रमुख का चुनाव हार गई. 

अन्य जिलों के बात करें तो जोधपुर में कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे परसराम मदेरणा की पुत्रवधु लीला मदेरणा भी कांग्रेस से जिला परिषद सदस्य थीं. वह जिला प्रमुख उम्मीदवार भी थीं. यहां भी काफी खींचतान के बाद आखिर में लीला मदेरणा जीतने में सफल रहीं. इस तरह भरतपुर में भी भारी खेल हुआ. यहां पूर्व विदेश मंत्री नटवर सिंह के बेटे जगत सिंह बीजेपी के टिकट पर जिला प्रमुख का चुनाव जीत गए, जगत सिंह को 28 वोट मिले, जबकि बीजेपी के 17 सदस्य ही जीते थे. बीजेपी ने कांग्रेस के कई सदस्यों और निर्दलीयों को मिलाकर चुनाव जीत लिया. दौसा में कांग्रेस के हीरालाल सैनी जीतने में कामयाब रहे. उन्होंने बीजेपी के नीलम गुर्जर को हराया. सिरोही में बीजेपी के अर्जुन पुरोहित चुनाव जीत गए. उन्होंने कांग्रेस के हरीश चौधरी को हराया. सवाईमाधोपुर में कांग्रेस के उम्मीदवार सुदामा मीणा, बीजेपी के बीना मीणा को हराकर चुनाव जीते.