राजस्थान (Rajasthan) में जारी सियासी ड्रामे के बीच कांग्रेस (Congress) लगातार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) पर हमला कर संस्थाओं द्वारा बीजेपी (BJP) के लिए काम करने का आरोप लगा रही है. हाल ही में राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने भी ट्वीट कर कहा कि पीएम मोदी का 100 फीसदी ध्यान अपनी छवि बनाने में हैं. भारत की संस्थाएं भी इसी काम में जुटी हुई हैं. वहीं राजस्थान में जारी सियासी घमासान के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और राजस्थान कांग्रेस राज्यपाल पर बीजेपी के लिए काम करने का आरोप लगा रही है.
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दरअसल बीजेपी पर आरोप लगाने वाली कांग्रेस ही लगातार दवाब की राजनीति तक संस्थाओं को चोट पहुंचा रही है. विधानसभा सत्र शुरू करने की मांग को लेकर सत्ताधारी कांग्रेस ने राजभवन का घेराव कर धरना शुरू कर दिया. इसी बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ये बयान भी दिया कि जनता भी राजभवन का घेराव करेगी. ऐसा पहली बार है कि सत्ताधारी पार्टी ने ही राजभवन का घेराव कर उनसे अपनी मांगों को मनमाने के लिए दवाब डाला हो. हालांकि कुछ ही घंटों में अशोक गहलोत को गलती का अंदाजा हुआ और उन्होंने धरना खत्म कर दिया.
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कोर्ट पर भी सवाल
सोमवार को राजस्थान मामले की सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान कांग्रेस के वकील कपिल सिब्बल ने इशारों-इशारों में कोर्ट पर भी सवाल उठाए. सिब्बल ने सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट में कहा कि उच्चतम न्यायालय ने अपने आदेशों में जो नजीर पेश की है उनका पालन करने में राजस्थान हाईकोर्ट नाकाम रहा है. सिब्बल का यह बयान संवैधानिक संस्थाओं पर दबाव की राजनीति के रूप में देखा जा रहा है. हालांकि कांग्रेस पर संवैधानिक संस्थाओं को चोट पहुंचाने का आरोप बीजेपी काफी समय से लगातार लगाती रही है. बीजेपी इमरजेंसी को अब तक का सबसे बड़ा उदाहरण देते हुए कह चुकी है कि जिस तरह से संवैधानिक संस्थाओं को कांग्रेस के समय में आपातकाल लगातार खत्म किया गया वैसा भारत के इतिहास में पहले कभी नहीं देखा गया है.
Source : News Nation Bureau