Ranthambore: एक-दूसरे की टेरेटरी को ओवरलैप कर रहे यहां के टाईगर, 75 बाघों में कभी भी हो सकती है फाइट

टाइगर को जंगल का राजा कहा जाता है जो अपने इलाके में अपना ही अस्तित्व रखता है. दूसरे टाइगर की एंट्री को वह  बर्दाश्त नहीं करता. रणथंभौर नेशनल पार्क में टेरिटोरियल फाइट में अब तक कई टाइगर की जान भी जा चुकी है.

टाइगर को जंगल का राजा कहा जाता है जो अपने इलाके में अपना ही अस्तित्व रखता है. दूसरे टाइगर की एंट्री को वह  बर्दाश्त नहीं करता. रणथंभौर नेशनल पार्क में टेरिटोरियल फाइट में अब तक कई टाइगर की जान भी जा चुकी है.

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Shyam Sundar Goyal
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a territorial tiger fight

एक-दूसरे की टेरेटरी को ओवरलैप कर रहे यहां के टाईगर, 75 बाघों में कभी भी हो सकती है फाइट Photograph: (social media )

जहां एक इलाके में अध‍िक टाइगर हो जाते हैं तो फ‍िर इनके बीच इलाकों पर राज करने को लेकर आपस में ही फाइट हो जाती है. ऐसा ही एक वाकया राजस्थान में रणथंभौर टाइगर र‍िजर्व में देखने को म‍िला जहां का वीड‍ियो सोशल मीड‍िया पर वायरल हो रहा है. 

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दरअसल, रणथंभौर नेशनल पार्क में लगभग 75 बाघ-बाघिन स्वच्छंद तरीके से घूमते रहते हैं और कई बार इनके बीच टेरिटोरियल फाइट भी देखने को मिलती है. टाइगर को जंगल का राजा कहा जाता है जो अपने इलाके में अपना ही अस्तित्व रखता है. दूसरे टाइगर की एंट्री को वह  बर्दाश्त नहीं करता. रणथंभौर नेशनल पार्क में टेरिटोरियल फाइट में अब तक कई टाइगर की जान भी जा चुकी है.

खंडार रेंज में लगभग 10 मेल टाइगर

दो टाइगर के बीच संघर्ष में एक टाइगर दूसरे टाइगर को खदेड़कर अपने इलाके से बाहर का रास्ता दिखा देता है लेकिन रणथंभौर नेशनल पार्क के खासतौर से खंडार रेंज में ऐसा वाकया देखने को मिल रहा है जिसकी लोग अक्सर कल्पना नहीं करते. यहां टाइगर की एक ही टेरिटरी में कई बाघों का आना-जाना लगातार लगा हुआ है जिसे देखकर न सिर्फ पर्यटक बल्कि वन्य जीव प्रेमी भी बेहद रोमांचित हो रहे हैं. रणथंभौर नेशनल पार्क की खंडार रेंज में लगभग 10 मेल टाइगर हैं लेकिन हैरत की बात यह है कि 150 वर्ग किलोमीटर के दायरे में सभी 10 मेल टाइगर आराम से रह रहे हैं और एक दूसरे की टेरिटरी को ओवरलैप कर रहे हैं.

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टाइगर एक-दूसरे की टेरिटरी को कर रहे ओवरलैप 

रणथंभौर नेशनल पार्क की खंडार रेंज के अंतर्गत ठुमका नकदी , छदाली, गिलाई सागर, इंडाला , जेलखोह, लाहपुर आदि वनक्षेत्र हैं  जिनमें टाइगर टी 123, टी 137,टी 129, टी 2304 ,टी 2406, टी96, टी132, टी 2306 आदि टाइगर स्वच्छंद तरीके से घूम रहे हैं. खास बात यह है कि सभी टाइगर एक दूसरे की टेरिटरी में बड़ी ही आसानी से आ जा रहे हैं. प्रत्येक टाइगर एक दूसरे की टेरिटरी को ओवरलैप कर रहा है.

10 टाइगर को टेरिटरी के लिए चाहिए इतना स्‍थान

आमतौर पर एक टाइगर को टेरिटरी के लिए लगभग 25 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल की दरकार होती है. उस लिहाज से लगभग 250 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल इन 10 टाइगर को टेरिटरी के लिए चाहिए लेकिन स्थान का अभाव होने के चलते टाइगर ने एक दूसरे के साथ अपने आप को ढाल लिया है.

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बदलते व्यवहार का भी भान कराती है ये बात 

वन्यजीव विशेषज्ञों द्वारा टेरिटरी को टाइगर द्वारा ओवरलैप किए जाने को होम टेरिटरी की संज्ञा भी दी जा रही है. रणथंभौर में खासतौर से वर्तमान में फीमेल की संख्या कम है तो वहीं उनके मुकाबले मेल टाइगर अधिक हो गए हैं. फिलहाल रणथंभौर की खंडार रेंज में मेल टाइगर भले ही एक दूसरे की टेरिटरी को ओवरलैप कर रहे हो, यह उनके बदलते व्यवहार का भी भान कराता है. अभी तो सब ठीक चल रहा है लेकिन ये टाइगर अपना अस्तित्व दिखाते हुए कब एक दूसरे से भिड़ जाएं, इस संभावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता.

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