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सिद्धू पर भड़के उदित राज, कहा- कांग्रेस ने सब कुछ किया, लेकिन....

नवजोत सिंह सिद्धू पर निशाना साधते हुए उदित राज ने अपने ट्वीट में लिखा है कि कांग्रेस ने नवजोत सिद्धू के लिए क्या नहीं किया? उन्हें मंत्री और पीपीसीसी अध्यक्ष बनाया, कैप्टन अमरिंदर को सीएम से हटाने की उनकी इच्छा पूरी की और चन्नी भी उनकी ही पसंद थे.

Updated on: 29 Sep 2021, 01:06 PM

highlights

  • सिद्धू के इस्तीफे के बाद उदित राज भड़के
  • कहा-कांग्रेस आलाकमान ने क्या नहीं किया
  • कहा-दलित सीएम बनाए जाने से दिया होगा इस्तीफा

 

दिल्ली:

नवजोत सिंह सिद्धू पर निशाना साधते हुए उदित राज ने अपने ट्वीट में लिखा है कि कांग्रेस ने नवजोत सिद्धू के लिए क्या नहीं किया? उन्हें मंत्री और पीपीसीसी अध्यक्ष बनाया, कैप्टन अमरिंदर को सीएम से हटाने की उनकी इच्छा पूरी की और चरणजीत सिंह चन्नी भी उनकी ही पसंद थे. इस्तीफे के पीछे की वजह शायद दलित सीएम रहे होंगे. उनके इस ट्वीट के बाद माना जा रहा है कि कांग्रेस हाईकमान भी सिद्धू से नाखुश है. अभी तक पंजाब में कांग्रेस के राजनीतिक विरोधी यह बात कह रहे थे. कांग्रेस के भीतर से उठी ऐसी आवाज विरोधियों को और मजबूती देगी. पंजाब में कांग्रेस अध्यक्ष पद से नवोजत सिंह के इस्तीफे देने के बाद फिर से पंजाब की राजनीति गरमा गई है. 

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कुछ महीने पहले तक ऐसा लगता था कि कांग्रेस पंजाब में फिर से सरकार बना सकती है, लेकिन इस दौरान सिद्धू ने प्रवेश किया और पूरा माहौल बदल गया. सिद्धू को पंजाब का कांग्रेस अध्यक्ष बनाया गया, उसके बाद उन्होंने मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के खिलाफ मोर्चा खोला और अंत में कैप्टन को मुख्यमंत्री पद से हटाने में सफल रहे. कैप्टन के इस्तीफे के बाद चरणजीत सिंह चन्नी को पंजाब का मुख्यमंत्री बनाया गया, चन्नी के सीएम बनने और नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफा देने के बाद पंजाब की राजनीति में फिर से भूचाल आ गया है.  

मुख्यमंत्री को लेकर आलाकमान तक हुई थी चर्चा
सिद्धू और उनके समर्थकों ने मुख्यमंत्री के रूप में एक 'जट्ट-सिख' की नियुक्ति के लिए आग्रह किया था. मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को अंतिम रूप दिए जाने से एक दिन पहले पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत और केंद्रीय पर्यवेक्षकों के बीच देर रात हुई बैठक के दौरान सिद्धू ने सीएम के लिए अपने नाम का प्रचार किया था. सूत्रों ने खुलासा किया था कि सिद्धू और उनका खेमा चाहते थे कि मुख्यमंत्री का चेहरा जाट सिख समुदाय से हो और यहां तक ​​कि प्रियंका गांधी वाड्रा से भी इस मांग को पूरा करने के लिए संपर्क किया. हालांकि, आलाकमान ने पंजाब के पहले दलित सीएम चरणजीत सिंह चन्नी का समर्थन किया.