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पंजाब कांग्रेस में मचा घमासान, दोनों गुट आमने - सामने

पंजाब कांग्रेस में मचा घमासान थमने का नाम नही ले रहा है. पार्टी के भीतर दो गुटों के बीच आमने - सामने की लड़ाई जारी है. पार्टी में एक गुट सिद्धू का है तो वहीं दूसरा गुट अमरिंदर सिंह का है.

Updated on: 30 Aug 2021, 11:09 PM

highlights

  • मंत्रियों के कैबिनेट में नहीं शामिल होने पर बरिंदर सिंह ने दी सफाई
  • सिद्धू के सलाहकार के खिलाफ में परमिंदर सिंह ने सोनिया गांधी को लिखा पत्र 

नई दिल्ली:

पंजाब कांग्रेस में मचा घमासान थमने का नाम नही ले रहा है. पार्टी के भीतर दो गुटों के बीच आमने - सामने की लड़ाई जारी है. पार्टी में एक गुट सिद्धू का है तो वहीं दूसरा गुट अमरिंदर सिंह का है. दोनों गुटों के बीच पिछले कुछ दिनों से सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. पार्टी के भीतर मचा घमासान इतना बढ़ गया है कि सभी राजनीतिक पार्टियों की नजर पंजाब कांग्रेस की हालिया स्थिति पर टिकी है. इसी बीच सिद्धू गुट के विधायक बरिंदर सिंह पहाड़ा ने बयान जारी कर कहा है कि अगर तीनों मंत्री कैबिनेट में शामिल नहीं हुए तो इसका मतलब यह नहीं है कि उन्होंने पंजाब के मुद्दे छोड़ दिए है. बरिंदर सिंह पहाड़ा ने तीनों मंत्रियों के कैबिनेट में नहीं शामिल होने पर पर कहा कि वह किसी कारणवश नहीं पहुंच पाए हैं. विधायक ने कहा कि हमारा विरोध मुद्दों को लेकर है न कि किसी व्यक्तिगत तौर पर है. बता दें कि नाराज मंत्रीयों के बरिंदर सिंह पहाड़ा कल देहरादून भी गए थे. 

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नवजोत सिंह सिद्धू के सलाहकार मलविंदर सिंह माली और प्यारे लाल गर्ग द्वारा गलत बयानबाजी को लेकर कांग्रेस के विधायक परमिंदर सिंह पिंकी ने सोनिया गांधी को एक पत्र लिखकर इन सलाहकारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है. विधायक परमिंदर सिंह पिंकी ने उक्त जानकारी देते हुए कहा कि जो उन्होंने सोशल मीडिया पर जो कहा है वह पार्टी की विचारधारा नहीं है. इसलिए इन पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए. 

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गौरतलब है कि पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के सलाहकार के बयान से पंजाब की राजनीति में हलचल पैदा हो गई है. बता दें कि पंजाब कांग्रेस के भीतर दो गुटों में जारी बयानबाजी के बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पंजाब के प्रभारी हरीश रावत ने सोमवार को बयान देकर मामले को सुलझाने की दिशा में ले जाने की कोशिश की थी. उन्होंने कहा था कि मैंने जानकारी मांगी थी. हालांकि नवजोत सिद्धू समेत कांग्रेस के कई नेताओं का कहना है कि बयानों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया. उन्होंने इसे चुनाव के समय राजनीतिक लाभ लेने के लिए कुछ दल द्वारा ऐसा किया जाना करार दिया. इन मामलों पर पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत ने कहा कि मैं पार्टी की ओर से स्पष्ट करना चाहता हूं कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है. किसी को भी उस स्थिति पर संदेह करने का अधिकार नहीं है.