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पंजाब, पंजाबी और पंजाबियत सबसे पहले: गुरदेव सिंह मान

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सरकारी नौकरियों की भर्ती परीक्षाओं में 50 प्रतिशत अंकों के साथ पंजाबी योग्यता टेस्ट अनिवार्य करने का ऐतिहासिक फैसला लिया है.

Updated on: 25 May 2022, 07:37 PM

नई दिल्ली :

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सरकारी नौकरियों की भर्ती परीक्षाओं में 50 प्रतिशत अंकों के साथ पंजाबी योग्यता टेस्ट अनिवार्य करने का ऐतिहासिक फैसला लिया है. इस पर आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के विधायक गुरदेव सिंह (देव मान) ने कहा कि पंजाब के लोग सरकारी नौकरियों की भर्ती में पंजाबी को अनिवार्य विषय बनाने की लम्बे समय से मांग कर रहे थे. जिसे मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली आप सरकार ने लोगों की इस मांग को पूरा कर के दिखाया है. उन्होने कहा मुख्यमंत्री भगवंत मान पंजाब की जनता के लिए शानदार काम कर रहे हैं. भ्रष्टाचार के आरोप में फसे मंत्री को तत्काल बर्खास्त करने का काम भी हमारे मुख्यमंत्री द्वारा किया गया.

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बुधवार को यहां पार्टी मुख्यालय से जारी एक बयान में नाभा के विधायक गुरदेव सिंह मान ने कहा कि पंजाब के लोग लंबे समय से मांग कर रहे थे कि पंजाबियों को राज्य में सरकारी नौकरियों में प्राथमिकता दी जानी चाहिए. इसलिए मुख्यमंत्री ने ग्रुप सी और डी की लगभग 26,000 सरकारी नौकरियों की भर्ती प्रक्रिया में भी 50 प्रतिशत से अधिक अंकों के साथ पंजाबी विषय की परीक्षा पास करना अनिवार्य कर दिया है. सरकार के इस फैसले को प्रदेश की जनता काफी सराह रही है.

विधायक मान ने कहा कि पंजाब सरकार के इस बड़े और ऐतिहासिक फैसले के बाद सरकारी नौकरी की चाह रखने वाले युवाओं में खुशी की लहर है. मान सरकार के इस फैसले से युवाओं को सरकारी नौकरी मिलने की नई उम्मीद जगी है. उन्होंने दावा किया कि आप सरकार लगातार पंजाब समर्थक फैसले ले रही है और सरकार के फैसलों को पंजाब के लोगों का पूरा समर्थन मिल रहा है.