चन्नी के भाई के निर्दलीय चुनाव लड़ने पर सियासत गर्म, उलझन में कांग्रेस
बस्सी ने कहा, मैंने अपने काम और अपनी मेरिट पर टिकट अप्लाई किया था, लेकिन मुझे कंसीडर नहीं किया गया. मुझे लोगों ने बोला निर्दलीय चुनाव लड़ने के लिए कहा तो मैं चुनाव लड़ रहा हूं.
चंडीगढ़:
पंजाब कांग्रेस में फूट को लेकर लगातार चर्चाएं गर्म है. इस बार खुद कांग्रेस जिन मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के 111 दिन के काम पर और उनका चेहरे पर वोट मांग रही है उन पर विपक्ष परिवार को ना संभालने पाने का आरोप लगा रहा है. दरअसल चरणजीत सिंह चन्नी के छोटे भाई डॉ. मनोहर सिंह बस्सी पठाना विधानसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं और मजेदार बात यह है कि वह भाई के काम पर वोट तो मांग रहे हैं, लेकिन कांग्रेस के उम्मीदवार को अयोग्य बता रहे हैं और खुलकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू पर टिकट काटे जाने के लिए निशाना साध रहे हैं.
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क्यों लड़ रहे निर्दलीय चुनाव
डॉ. मनोहर सिंह ने कहा, मैंने अपने काम और अपनी मेरिट पर टिकट अप्लाई किया था, लेकिन मुझे कंसीडर नहीं किया गया. मुझे लोगों ने बोला निर्दलीय चुनाव लड़ने के लिए कहा तो मैं चुनाव लड़ रहा हूं. स्थानीय विधायक के खिलाफ चुनान लड़ने को लेकर उन्होंने कहा कि कंस्ट्रक्टिव विपक्ष बहुत अच्छा रहता है और मैं उसी तरीके से कर रहा हूं. उन्होंने कहा, किसी भी पार्टी का एमएलए यदि अपने क्षेत्र में काम नहीं कर पाया तो वह मैं बोलूंगा कि इलाके को उपेक्षित विधानसभा माना गया है. इसी वजह से यहां से जो एमएलए एक बार बनता है दोबारा नहीं बनता. मैं सिर्फ काम करना चाहता हूं.
मुख्यमंत्री चन्नी के लिए परेशानी की स्थिति क्यों खड़ी की ?
इसके जवाब में डॉ. मनोहर सिंह ने कहा, घर का कोई टकराव नहीं है. मुख्यमंत्री के तौर पर मेरे भाई ने बहुत अच्छे काम किए और मैं यह पहले दिन से बोलता आ रहा हूं और आगे भी बोलूंगा. मेरा परिवार है, मेरा बड़ा भाई है. जब से वह चुनाव लड़ रहे हैं तब से मैं उनके साथ हूं, लेकिन जो यहां के विधायक नहीं कर पाए वह मैं लोगों को बता रहा हूं. यह ऐतिहासिक जगह है पर यहां कोई ऐतिहासिक जगह नहीं बनी. यहां कोई कॉलेज नहीं बना. यहां रेलवे क्रॉसिंग पर फाटक नहीं बनने से रेलवे स्टेशन पर ट्रेन रुकती नहीं.
विकास को लेकर उठा रहे अपनी आवाज
डॉ. मनोहर सिंह कहते हैं कि 111 दिन पार्टी ने सरकार चलाई है. यूनियन से संबंधित मुद्दे सुलझाने की पहल की, लेकिन कुछ काम केंद्र का है जिसके लिए वह प्रयास कर रहे हैं. उनका कहना है कि वह क्षेत्र में विकास को लेकर अपनी आवाज उठा रहे हैं, लेकिन उससे मेरे भाई की छवि नहीं खराब होगी. उन्होंने कहा, हम भाई के सपोर्ट तो करेंगे लेकिन अपनी विधानसभा के लोग प्राथमिकता पर रहेंगे. अगर मुझे कभी किसी को सपोर्ट करना पड़ा तो वह भी लोगों से पूछ कर करूंगा.
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