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सिद्धू के करीबी मोहम्मद मुस्तफा के विवादित बोल पर भड़की एसजीपीसी, माफी मांगने को कहा

शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने इस पर आपत्ति जताई है, समुदाय से माफी मांगने को कहा

Updated on: 02 Feb 2022, 01:49 PM

highlights

  • चुनावी सभा के दौरान श्री गुरु ग्रंथ साहिब को किताब कह दिया
  • शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने इस बयान पर ऐतराज दर्ज करवाया है
  • इससे पहले मोहम्मद मुस्तफा ने हिंदुओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी

नई दिल्ली:

चन्नी सरकार के मंत्री और कांग्रेस (Congress) के टिकट पर चुनाव लड़ रही रजिया सुल्ताना के पूर्व डीजीपी पति मोहम्मद मुस्तफा (Mohammad Mustafa) विवादित बयान देकर फंस गए हैं. शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने इस पर आपत्ति जताई है. मोहम्मद मुस्तफा ने एक चुनावी सभा के दौरान श्री गुरु ग्रंथ साहिब को किताब कह दिया. इस पर हरजिंदर सिंह ने धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए सिख समुदाय से माफी मांगने को कहा है.

अधिवक्ता हरजिंदर सिंह धामी ने कहा कि सिखों के 10वें गुरु श्री गुरु गोबिंद सिंह ने  श्री गुरु ग्रंथ साहिब को गुरुत्व प्रदान किया था. एडवोकेट धामी ने कहा सिख समुदाय से गुरु के रूप में पवित्र ग्रंथ का पालन करने के लिए कहा था. “जीवित गुरु को एक किताब बुलाना, मोहम्मद मुस्तफा की छोटी मानसिकता की अभिव्यक्ति थी. उनके बयान से सिख समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंची है.

मोहम्मद मुस्तफा को माफी मांगनी चाहिए

इससे पहले, नवजोत सिंह सिद्धू के करीबी पूर्व डीजीपी मोहम्मद मुस्तफा पर पुलिस ने 20 जनवरी को मलेरकोटा के बाघवाला मोहल्ला में कथित रूप से भड़काऊ भाषण देने के लिए मामला दर्ज किया था. उन पर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 153 ए के तहत आरोप लगाया गया है. मोहम्मद मुस्तफा ने एक चुनावी सभा के दौरान श्री गुरु ग्रंथ साहिब को किताब कह दिया और वहां मौजूद मुस्लिम समुदाय से कहा कि "मैं अल्लाह से दुआ करता हूं कि मुस्लिम समुदाय को भी ऐसा जज्बा मिले जैसे सिख अपनी किताब के लिए कुछ भी कर देते हैं." 

शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने मोहम्मद मुस्तफा के इस बयान पर ऐतराज दर्ज करवाया है. शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने मोहम्मद मुस्तफा और नवजोत सिंह सिद्धू से माफीनामे की मांग की है और कहा है कि सिख  धर्म में श्री ग्रंथ साहिब कोई किताब नहीं है बल्कि गुरु का रूप है और ऐसे में गुरु की तुलना एक किताब से करने पर एसजीपीसी को सख्त ऐतराज है.

हिंदुओं पर भी टिप्पणी कर चुके हैं मुस्तफा

यह पहली बार नहीं है, जब मुस्तफा ने इस तरह के विवादित बयान दिए हैं. इससे पहले उन्होंने हिंदुओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. इस पर उनका खासा विरोध  हुआ था. मामला बढ़ते देखकर उनके खिलाफ मामला भी दर्ज किया गया है. लेकिन इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई. अब उन्होंने सिखों पर टिप्पणी कर दी है. 

कांग्रेस में असमंजस

मुस्तफा के बयानों को लेकर कांग्रेस में भी असमंजस की स्थिति है. मुस्तफा को कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) का करीबी माना जाता है. पार्टी के भीतर सिद्धू विरोधी खेमा भी मामले को लेकर सक्रिय हो गया है. उसका कहना है कि यदि मुस्तफा ने अपनी बयानबाजी बंद नहीं की तो पहले हिंदू वोटर पार्टी से नाराज हो गए अब सिख वोटर भी नाराज हो रहे हैं. ऐसा लग रहा है कि मुस्तफा जैसे लोग खुद ही पार्टी के लिए समस्या बनकर उभर रहे हैं.