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पंजाब विधानसभा में सिद्धू और अकाली नेताओं में हाथापाई, जानें क्या था विवाद

पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने अकाली दल को नशे से जुड़े हुए बताया तब नौबत हाथापाई पर पहुंच गई. एक तरफ नवजोत सिंह सिद्धू और मुख्यमंत्री से तो दूसरी तरफ बिक्रम सिंह मजीठिया और अकाली दल के नेता सामने थे

Updated on: 11 Nov 2021, 04:34 PM

नई दिल्ली:

कांग्रेस में जारी घमासान की वजह से पंजाब लंबे समय से सुर्खियो में बना हुआ है. लेकिन आज यानी गुरुवार को पंजाब विधानसभा में उस समय हंगामा हो गया जब वहां नशे के मुद्दे पर चर्चा चल रही थी. इस बीच पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और अकाली दल के नेताओं में झड़प हो गई. बताया जा रहा है कि दोनों पक्षों के बीच नौबत हाथापाई तक आ गई. हालांकि दोनों पक्ष किस बात पर आमने-सामने आए इस बात की अभी जानकारी नहीं लग पाई है. जानकारी के अनुसार पंजाब विधानसभा में नशे के मुद्दे पर जब पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने अकाली दल को नशे से जुड़े हुए बताया तब नौबत हाथापाई पर पहुंच गई. एक तरफ नवजोत सिंह सिद्धू और मुख्यमंत्री से तो दूसरी तरफ बिक्रम सिंह मजीठिया और अकाली दल के नेता सामने थे.

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इस बीच नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि जो भी आज विधानसभा मैं हुआ वह सब प्लान था. उन्होंने कहा कि जो सरकार काम कर रही है इससे ही विरोधी चिढ़े हुए हैं. सिद्धू ने कहा कि जो घोषणाएं आज सरकार द्वारा की जा रही हैं वह अगले पांच साल के लिये हैं. सिद्धू ने कहा कि कृषि कानून को रद्द करने की बात हो रही है. लेकिन कोई भी किसानों की बेहतरी के लिये कोई बात नही कर रहा है. उन्होंने कहा कि 2013 मैं अकाली दल कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग लेकर आए.