Punjab News: पंजाब से गिरफ्तार किए गए कथित जासूस जसबीर सिंह को लेकर एक बड़ा खुलासा सामने आया है. जांच एजेंसियों के अनुसार, जसबीर की पाकिस्तान के संदिग्ध एजेंट दानिश से दो बार मुलाकात हो चुकी थी. इतना ही नहीं, उसके पास से करीब 150 पाकिस्तानी नागरिकों के मोबाइल नंबर भी बरामद हुए हैं.
मोबाइल ऐप्स के जरिए रखते थे कनेक्शन
सूत्रों के मुताबिक, जसबीर और दानिश के बीच संपर्क अलग-अलग मोबाइल ऐप्स के जरिए होता था. ये ऐप्स सामान्य चैटिंग प्लेटफॉर्म नहीं थे, बल्कि ऐसे माध्यम थे जिनका इस्तेमाल आमतौर पर जासूसी और संवेदनशील जानकारियों के आदान-प्रदान के लिए किया जाता है. जांच में यह भी सामने आया है कि दानिश ने जसबीर की मुलाकात कई अन्य लोगों से भी करवाई थी, जिन पर भी संदेह जताया जा रहा है कि उनका संबंध विदेशी खुफिया एजेंसियों से हो सकता है.
साइबर विशेषज्ञों की मदद से किया डाटा रिकवर
जांच अधिकारियों ने जब जसबीर सिंह का मोबाइल फोन जब्त किया, तो उसमें से सारा डाटा डिलीट किया हुआ था. हालांकि, साइबर विशेषज्ञों की मदद से वह डाटा रिकवर किया जा रहा है. इस डाटा में कई महत्वपूर्ण फाइलें, चैट्स और कॉल रिकॉर्ड्स शामिल हो सकते हैं, जिनसे इस पूरे नेटवर्क की परतें खुल सकती हैं.
पाकिस्तानी नंबरों की हो रही विशेष जांच
अब जांच एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी हैं कि जसबीर सिंह ने किन-किन भारतीय स्थानों की संवेदनशील जानकारियां पाकिस्तान को भेजी हैं और उसके संपर्क में और कौन-कौन लोग थे. उसके मोबाइल से मिले पाकिस्तानी नंबरों की भी विस्तृत जांच की जा रही है.
लंबे समय से एजेंटों से संपर्क में था जसबीर
बताया जा रहा है कि जसबीर पाकिस्तान के एजेंटों के संपर्क में लंबे समय से था और वह सुनियोजित तरीके से भारत में जासूसी गतिविधियों को अंजाम दे रहा था. उसकी गिरफ्तारी को सुरक्षा एजेंसियों ने बड़ी सफलता माना है क्योंकि इससे एक बड़े जासूसी नेटवर्क का पर्दाफाश हो सकता है.
हो सकते हैं अन्य खुलासे
फिलहाल, जसबीर से पूछताछ जारी है और उम्मीद की जा रही है कि आने वाले दिनों में और भी चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं. सुरक्षा एजेंसियां इस पूरे मामले को बेहद गंभीरता से ले रही हैं और देश की सुरक्षा से जुड़े सभी पहलुओं की गहराई से जांच कर रही हैं.
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