मजीठिया और नवजोत को हराने का जनता के पास सुनहरा मौका : हरपाल चीमा
आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के सीनियर लीडर और विपक्ष के नेता हरपाल सिंह चीमा ने गुरु नगरी श्री अमृतसर के वोटरों से अपील की. उन्होने कहा कि उनके पास नवजोत सिंह सिद्धू और बिक्रम सिंह मजीठिया को हराकर सबक सीखने का सुनहरा मौका है, क्यूंकि इन दोनों नेताओं न
नई दिल्ली :
आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के सीनियर लीडर और विपक्ष के नेता हरपाल सिंह चीमा ने गुरु नगरी श्री अमृतसर के वोटरों से अपील की. उन्होने कहा कि उनके पास नवजोत सिंह सिद्धू और बिक्रम सिंह मजीठिया को हराकर सबक सीखने का सुनहरा मौका है, क्यूंकि इन दोनों नेताओं ने सत्ता में रहकर पंजाब के लोगों के साथ धोखे ही धोखे किये है. अमृतसर के विधान सभा हल्के अमृतसर (पूर्व) सीट से नवजोत सिंह सिद्धू कांग्रेस से और बिक्रम सिंह मजीठिया अकाली दल बादल से चुनाव लड़ रहे है, जबकि आम आदमी पार्टी ने प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ता बीबी जीवनजोत कौर को मैदान में उतारा है. चीमा ने आगे कहा कि लोकतंत्र में लोगों के पास 'वोट से चोट' करने का मौका होता है। इसलिए पूरे पंजाब सहित श्री अमृतसर (पूर्व) के लोग श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी और ड्रग माफिया को पैदा करने वाले शिरोमणि अकाली दल बादल और श्री गुटका साहिब की झूठी शपथ लेकर गुरबानी की दुबारा बेअदबी करने वाली कांग्रेस पार्टी के खिलाफ वोटें डालकर सभी लारेबाज नेतागण को सख्त संदेश देंगे.
यह भी पढ़ें : अब इन बेटियों की हुई चांदी, खाते में आएंगे 50000 रुपए
गुरुवार को पार्टी मुख्यालय से जारी एक बयान में हरपाल सिंह चीमा ने कहा, 'कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू कांग्रेस सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं, लेकिन उन्होंने न तो अपने निर्वाचन क्षेत्र का विकास किया है और न ही लोगों की सांझी समस्याओं का हल किया." उन्होंने बताया कि इससे पहले नवजोत सिंह सिद्धू भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के ओर से लगभग 15 साल श्री अमृतसर से लोक सभा मेंबर बनते रहे और उनकी पत्नी डॉ. नवजोत कौर सिद्धू शिअद-भाजपा सरकार के दौरान विधायक और संसदीय सचिव थी.
चीमा ने आरोप लगाया कि हमेशा से सत्ता में रहे सिद्धू परिवार ने कभी भी अमृतसर के लोगों की भावनाओं की कद्र नहीं की बल्कि हमेशा अपने हितों को ही पहल दी. एक ही परिवार से सांसद और राज्य सरकार में संसदीय सचिव होने के बावजूद सिद्धू परिवार अमृतसर में एक भी बड़ा प्रोजेक्ट नहीं लगा पाया. इतना ही नहीं सिद्धू परिवार ने दशहरे के मौके ट्रेन हादसे में जान गंवाने वाले परिवारों की भी कोई ख़बरसार नहीं ली. उन्होंने कहा कि नवजोत सिंह सिद्धू अमृतसर पूर्वी के मतदाताओं से वोट मांगने का अधिकार खो चुके है,जिस कारण मतदाताओं ने उन्हें वोट नहीं देने का फैसला कर लिया है.
Don't Miss
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
-
Kajol Workout Routine: 49 की उर्म में ऐसे इतनी फिट रहती हैं काजोल, शेयर किया अपना जिम रुटीन
-
Viral Photos: निसा देवगन के साथ पार्टी करते दिखे अक्षय कुमार के बेटे आरव, साथ तस्वीरें हुईं वायरल
-
Moushumi Chatterjee Birthday: आखिर क्यों करियर से पहले मौसमी चटर्जी ने लिया शादी करने का फैसला? 15 साल की उम्र में बनी बालिका वधु
धर्म-कर्म
-
Vikat Sanakashti Chaturthi 2024: विकट संकष्टी चतुर्थी व्रत कब? बस इस मूहूर्त में करें गणेश जी की पूजा, जानें डेट
-
Shukra Gochar 2024: शुक्र ने किया मेष राशि में गोचर, यहां जानें किस राशि वालों पर पड़ेगा क्या प्रभाव
-
Buddha Purnima 2024: कब है बुद्ध पूर्णिमा, वैशाख मास में कैसे मनाया जाएगा ये उत्सव
-
Shani Shash Rajyog 2024: 30 साल बाद आज शनि बना रहे हैं शश राजयोग, इन 3 राशियों की खुलेगी लॉटरी