Punjab News: मनरेगा में बदलाव पर AAP ने जताई चिंता, गरीबों के रोजगार पर असर का दावा

Punjab News: मनरेगा में बदलाव को लेकर आम आदमी पार्टी ने चिंता जताई है. पार्टी का कहना है कि नई फंडिंग व्यवस्था से राज्यों और मजदूरों पर असर पड़ेगा.

Punjab News: मनरेगा में बदलाव को लेकर आम आदमी पार्टी ने चिंता जताई है. पार्टी का कहना है कि नई फंडिंग व्यवस्था से राज्यों और मजदूरों पर असर पड़ेगा.

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Yashodhan Sharma
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Kuldeep Singh Dhaliwal

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Punjab News: आम आदमी पार्टी ने मनरेगा में किए गए हालिया बदलावों को लेकर गंभीर चिंता जताई है. पार्टी के विधायक और पंजाब के मुख्य प्रवक्ता कुलदीप सिंह धालीवाल ने कहा कि मनरेगा देश के करोड़ों गरीब और मजदूर परिवारों के लिए जीवनरेखा है और इसमें किसी भी तरह का बदलाव सीधे तौर पर उनके रोजगार और रोजी-रोटी को प्रभावित करता है.

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राज्यों पर पड़ेगा अतिरिक्त बोझ- धालीवाल

रविवार को प्रेस वार्ता के दौरान धालीवाल ने कहा कि मनरेगा के तहत पहले केंद्र सरकार द्वारा 100 फीसदी फंडिंग की व्यवस्था थी, जिससे राज्यों और गांवों में विकास कार्य सुचारू रूप से चलते थे. लेकिन अब नई व्यवस्था के तहत फंडिंग को 60-40 के अनुपात में बांट दिया गया है, यानी 60 फीसदी राशि केंद्र और 40 फीसदी राशि राज्यों को देनी होगी. उन्होंने कहा कि इससे राज्यों पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ पड़ेगा और मनरेगा के काम प्रभावित हो सकते हैं.

मनरेगा में बदलाव से और क्या परेशानी

आप नेता ने कहा कि राज्यों की आर्थिक स्थिति पहले से ही चुनौतीपूर्ण है. ऐसे में अतिरिक्त 40 फीसदी राशि जुटाना आसान नहीं होगा. इसका सीधा असर मनरेगा के तहत मिलने वाले काम पर पड़ेगा और मजदूरों को समय पर रोजगार नहीं मिल पाएगा. उन्होंने यह भी चिंता जताई कि नई व्यवस्था में कृषि सीजन के दौरान मनरेगा के काम सीमित किए जा रहे हैं, जिससे भूमिहीन मजदूरों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो सकता है.

मनरेगा कोई खैरात नहीं

धालीवाल ने कहा कि पहले मनरेगा के तहत 100 दिन काम की गारंटी थी और मजदूर अपनी जरूरत के अनुसार काम कर सकते थे. लेकिन अब इस गारंटी पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि मनरेगा कोई खैरात नहीं है, बल्कि यह मजदूरों का अधिकार है और इसका उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार और विकास को बढ़ावा देना है.

स्थानीय निकायों की भूमिका होगी कमजोर

आप नेता ने यह भी कहा कि मनरेगा के जरिए ग्राम पंचायतों, ब्लॉक समितियों और जिला परिषदों को मजबूत किया गया था. गांवों में सड़क, तालाब, नहर और अन्य विकास कार्य इसी योजना से होते थे. नई व्यवस्था से स्थानीय निकायों की भूमिका कमजोर हो सकती है.

मनरेगा हो मूल रूप से लागू

अंत में कुलदीप सिंह धालीवाल ने कहा कि आम आदमी पार्टी मजदूरों और गरीबों के हितों की रक्षा के लिए पूरी मजबूती से आवाज उठाती रहेगी. पार्टी का मानना है कि मनरेगा को उसके मूल स्वरूप में लागू किया जाना चाहिए ताकि ग्रामीण भारत के गरीब परिवारों को सुरक्षित रोजगार मिल सके.

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