IIT गुवाहाटी में एक तीसरे वर्ष के छात्र ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. इस साल यह प्रतिष्ठित कॉलेज का चौथा मामला है. 21 वर्षीय छात्र बिमलेश कुमार यूपी का रहने वाला था. बिमलेश बीटेक कम्प्यूटर साइंस का छात्र था. उसका शव ब्रह्मपुत्र हॉस्टल के कमरे से मिला. कुछ हफ्ते पहले ही कॉलेज की एक एमटेक की छात्रा सौम्या ने भी सुसाइड कर लिया था. वह भी यूपी की रहने वाली थी. लगातार हो रहे ऐसी घटनाओं को लेकर छात्रों में आक्रोश देखा जा रहा है. फिलहाल पुलिस ने छात्र के शव को कब्जे में लेकर उसे पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया है.
IIT गुवाहाटी के 21 वर्षीय छात्र ने लगाई फांसी
इधर, घटना के बाद से छात्रों ने कॉलेज के मानसिक स्वास्थ्य और वेलफेयर सपोर्ट सिस्टम पर सवाल उठाया है. छात्रों ने कॉलेज प्रशासन पर भी सवाल खड़े करते हुए विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है. छात्रों का आरोप है कि जब उन्होंने बिमलेश का शव फंदे से लटका हुआ देखा तो उन्होंने दरवाजा तोड़ने की कोशिश की, लेकिन गार्डों ने उन्हें दरवाजा तोड़ने से रोक दिया. वहीं, दरवाजा खोलने में गार्ड को 30 मिनट लगे और जब सभी कमरे के अंदर गए तो यह भी नहीं देखा गया कि वह जीवित हा या नहीं. उन्हें इसकी कोई चिंता नहीं थी. यहां तक कि नर्स को भी उसकी नब्ज नहीं चेक करने दिया गया.
यह भी पढ़ें- कानपुर और अजमेर के बाद महाराष्ट्र के सोलापुर में मालगाड़ी पलटाने की रची गई साजिश
8 घंटे तक फंदे से लटका रहा शव
हद तो तब हो गई जब छात्र के शव को दरवाजा खुलने के 8 घंटे बाद नीचे उतारा गया. शव को पूरी रात फंदे से लटका हुआ छोड़ दिया गया. घटना के बाद से छात्र कॉलेज प्रशासन को लेकर अपना गुस्सा जाहिर कर रहे हैं. एक छात्र ने यह भी कहा कि हॉस्टल अफेयर्स बोर्ड के डीन और चेयरपर्सन घटना के बाद वहां पहुंचे और उन्होंने छात्र के परिवार को सूचित करने से हमें रोक दिया. साथ ही स्थित का वीडियो साक्ष्य मिटाने की भी कोशिश की. वहीं, घटना पर संस्थान के एक प्रवक्ता ने कहा कि हमें एक छात्र की मौत की खबर देते हुए काफी दुख हो रहा है. हम इस कठिन वक्त में छात्र के परिवार और प्रियजनों के लिए संवेदना व्यक्त करते हैं.