Odisha News: ओडिशा के मल्कानगिरी जिले के चित्रकोंडा इलाके से चौंकाने वाली खबर आयी है, यहां सरकारी आवासीय स्कूल में पढ़ने वाली एक 10वीं की छात्रा ने बच्चे को जन्म दे दिया. जिले में संचालित अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति विभाग की ओर से संचालित इस स्कूल में पढ़ने वाली 16 वर्षीय 10 वीं की कक्षा छात्रा ने परीक्षा देने के तुरंत बाद अस्पताल में बेटे को जन्म दिया. यह घटना सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गई और लोग इसे असाधारण धैर्य और संकल्प की मिसाल के रूप में देख रहे हैं.
कैसे हुआ यह अनोखा मामला?
ओडिशा की एक 16 वर्षीय छात्रा बोर्ड परीक्षा देने गई थी. परीक्षा के दौरान ही उसे लेबर पेन होने लगा, लेकिन उसने परीक्षा पूरी करने का फैसला किया. जैसे ही परीक्षा समाप्त हुई, तुरंत उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसने एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया.
स्कूल प्रशासन और परिवार का रिएक्शन
छात्रा की हिम्मत देखकर स्कूल प्रशासन भी हैरान रह गया. परिवारवालों ने बताया कि लड़की की तबीयत पिछले कुछ दिनों से ठीक नहीं थी, लेकिन वह किसी भी हाल में अपनी परीक्षा छोड़ना नहीं चाहती थी. वहीं इस पूरे मामले पर छात्रा के पिता ने हैरानी जताई है और कहा है 'ऐसा कैसे हो सकता है'. आपको बता दें कि डॉक्टर्स ने जच्चा और बच्चा दोनों के स्वस्थ होने की बात कही है.
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सोशल मीडिया पर चर्चा
इस घटना के सामने आते ही सोशल मीडिया पर लोगों ने छात्रा की हिम्मत की सराहना की. कई यूजर्स ने इसे 'साहस और दृढ़ संकल्प' की मिसाल बताया, तो कुछ ने कम उम्र में गर्भावस्था को लेकर चिंता भी जताई.
ओडिशा सरकार का बयान
सरकारी अधिकारियों ने इस मामले पर चिंता जताई है और कहा है कि राज्य में किशोर गर्भावस्था को लेकर जागरूकता बढ़ाने की जरूरत है. स्थानीय प्रशासन ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं.
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