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भूंकप प्रभावित इलाकों में मानसिक सदमे से उबरने में लोगों की मदद करेंगे डॉक्टर, मनोवैज्ञानिक

मिजोरम सरकार म्यामां सीमा के पास सिलसिलेवार ढंग से आए भूकंपों से प्रभावित रहे राज्य के दूर-दराज गांवों में मनोवैज्ञानिकों और डॉक्टरों को भेज रही है जो प्राकृतिक आपदा के बाद मानसिक सदमे से उबरने में लोगों की मदद करेंगे.

Updated on: 20 Jul 2020, 04:35 PM

आइजोल:

मिजोरम सरकार म्यामां सीमा के पास सिलसिलेवार ढंग से आए भूकंपों से प्रभावित रहे राज्य के दूर-दराज गांवों में मनोवैज्ञानिकों और डॉक्टरों को भेज रही है जो प्राकृतिक आपदा के बाद मानसिक सदमे से उबरने में लोगों की मदद करेंगे. राज्य में 18 जून के बाद से 22 भूकंप आए हैं जिसमें से तीन तो केवल शुक्रवार को महज सात घंटे के अंतराल पर आए जिसके बाद सैकड़ों लोगों को कोविड-19 वैश्विक महामारी के बीच खुले में रहने पर मजबूर होना पड़ा.

स्वास्थ्य मंत्री आर लालथंगलियाना ने कहा कि तीन टीमें सबसे बुरी तरह प्रभावित चंपई जिले जाएंगी और लोगों से बात करेंगी. प्रत्येक टीम में एक डॉक्टर, एक मनोवैज्ञानिक और मनोचिकित्सक होगा. उन्होंने कहा कि भूकंप के चलते लोग घरों में सोने से डर रहे हैं.

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लालथंगलियाना ने कहा कि विभाग से एक टीम इलाके में एक हफ्ते से ज्यादा शिविर भी लगाएगी. भारत- म्यामां सीमा पर स्थित चंपई को प्रभावित करने वाला हालिया भूकंप सोमवार तड़के आया. राष्ट्रीय भूकंप केंद्र के अनुसार यह जिले से 24 किलोमीटर दक्षिण में केंद्रित था.

अधिकारियों ने बताया कि एक के बाद एक आए भूकंपों में करीब 160 घर क्षतिग्रस्त हो गए. उन्होंने बताया कि अंतिम संख्या इससे अधिक हो सकती है क्योंकि वे अब भी नुकसान का आकलन कर ही रहे हैं.