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Manipur: मणिपुर में हिंसा फैलाने की साजिश नाकाम, तलाशी अभियान में मिला गोला-बारूद का भंडार

Manipur: मणिपुर में एक बार फिर से हिंसा की साजिश का भंड़ाफोड़ हुआ है. दरअसल, नोनी जिले में तलाशी अभियान के दौरान हथियारों का बड़ा जखीरा बरामद किया गया है.

Updated on: 24 Dec 2023, 11:53 AM

highlights

  • मणिपुर में हिंसा की साजिश नाकाम
  • हथियारों का जखीरा बरामद
  • भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद

नई दिल्ली:

Manipur Violence: हिंसा की आग में झुलस रहे पूर्वोत्तर के राज्य मणिपुर में एक बार फिर से हिंसा फैलाने की बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया गया. दरअसल, राज्य के नोनी जिले के कोबुरु रिज में सुरक्षा बलों ने तलाशी अभियान के दौरान बड़ी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद का भंडार मिला है. बताया जा रहा है कि असम राइफल्स और मणिपुर पुलिस के जवानों ने इनपुट के आधार पर बीते दिन संयुक्त तलाशी अभियान शुरू किया. इस दौरान यहां हथियार और गोला-बारूद का बड़ा जखीरा बरामद किया गया. इस दौरान एक AK 56 राइफल, एक सिंगल बैरल बंदूक, गोला-बारूद, 6 ग्रेनेड और युद्ध में इस्तेमाल जैसा भंडार बरामद किया गया.

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पहले भी मिला था गोला-बारूद

ये कोई पहला मौका नहीं है जब हिंसाग्रस्त मणिपुर में इस तरह का हथियारों का जखीरा मिला हो. इससे पहले 6 दिसंबर को भी असम राइफल्स ने सीमा सुरक्षा बल, भारतीय रिजर्व बटालियन और चुराचांदपुर पुलिस के साथ मिलकर एक संयुक्त घेराबंदी और तलाशी अभियान चलाया था. इस दौरान चुराचांदपुर जिले के डी हाओलेनजांग गांव के बाहरी इलाके में भारी मात्रा में हथियार और युद्ध जैसा भंडार मिला था. बता दें कि इसी महीने सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार को आदेश दिया था कि सरकार जातीय हिंसा में नष्ट हुए पूजा स्थलों को बहाल करने के लिए उठाए गए कदमों के बारे में जानकारी दे. ये जानकारी सरकार को अदालत द्वारा नियुक्त समिति को देने की बात कही गई थी.

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मई में दो समुदायों के बीच भड़की थी हिंसा

इस साल मई के महीने से ही मणिपुर जातीय हिंसा का दंश झेल रहा है. राज्य में 3 मई को कुकी और मैतई समुदाय के बीच हिंसा की शुरूआत हुई थी. ये हिंसा ऑल ट्राइबल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ मणिपुर (ATSUM) की एक रैली के बाद शुरू हुई थी. उसके बाद राज्य में दंगे भड़क गए थे. जिसमें कई लोगों की जान चली गई. राज्य में शांति बहाली के लिए केंद्र सरकार ने राज्य में अर्धसैनिक बलों की तैनाती की है.

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