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महाराष्ट्र में बुलेट ट्रेन के लिए 21 किलोमीटर लंबे टनल का काम शुरू, रेल मंत्री ने लिया जायजा

बुलेट ट्रेन भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट है. महाराष्ट्र से लेकर गुजरात तक बुलेट ट्रेन का काम युद्धस्तर पर चल रहा है. बुलेट ट्रेन के रूट में टोटल 12 स्टेशन होंगे जिनमें से 8 गुजरात में और 4 महाराष्ट्र में होगा.

Updated on: 23 Feb 2024, 09:02 PM

नई दिल्ली:

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट बुलेट ट्रेन के काम-काज का जायजा लेने आज रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव मुम्बई पहुँचे थे. मुम्बई के विक्रोली में तैयार बुलेट ट्रेन के शाफ़्ट में ब्लास्टिंग का काम चल रहा है. 36 मीटर लंबे शाफ़्ट में 2 टनल बोरिंग मशीन डाले जाएंगे और यहां से दो अलग अलग दिशा में टनल का काम शुरू होगा. रेल मंत्री ने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र की पिछली महाविकास अघाड़ी सरकार ने बुलेट ट्रेन के काम काज को रोक दिया था, जिसके बाद से ही गुजरात की तुलना में महाराष्ट्र में बुलेट ट्रेन परियोजना काफी पीछे है. गुजरात के साबरमती से लेकर मुम्बई के बीकेसी तक चल रहे बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट का सबसे चुनौती भरा हिस्सा 21 किलोमीटर लंबा वो टनल है जिसका काम मुम्बई में चल रहा है. गौरतलब है कि इस सुरंग का 7 किलोमीटर का हिस्सा समुंदर के अंदर बनाया जा रहा है जो कि भारत में पहली बार हो रहा है.

समुंदर के नीचे बन रहा टनल

बुलेट ट्रेन परियोजना का सबसे चुनौती भरा काम मुम्बई में चल रहा है. मुम्बई के बीकेसी और कल्याण शिलफ़ाता के बीच तैयार हो रहे 21 किलोमीटर लंबे सुरंग के लिए विक्रोली से 36 मीटर गहरे शाफ़्ट में 2 टनल बोरिंग मशीन डाली जाएगी. जिसमें से एक टीवीएम विक्रोली से कल्याण शीलफाटा की तरफ जाएगी और दूसरी टीबीएम विक्रोली से बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स की तरफ टनल बनाएगी. टनल के काम को शुरू करने के लिए आज रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव की मौजूदगी में शाफ्ट के अंदर ब्लास्टिंग किया गया. गौरतलब है कि इस टनल का 7 किलोमीटर वो हिस्सा है जो समुंदर के नीचे है. यानी बुलेट ट्रेन देश का पहला प्रोजेक्ट होगा जो समुंदर की गहराई से भी नीचे से होकर गुजरेगा.

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508 किलोमीटर लंबा रास्ता, 2 घंटे में तय होगी दूरी

बुलेट ट्रेन की टोटल लंबाई 508 किलोमीटर की है. गुजरात के साबरमती से लेकर मुंबई के बांद्रा कुर्ला कंपलेक्स तक 12 हाई-टेक स्टेशन का निर्माण किया जाएगा. बुलेट ट्रेन के लिए पूरी लाइन नई बनाई जा रही है. इसका 90 फ़ीसदी मार्ग एलिवेटेड होगा जबकि 10 फ़ीसदी मार्ग सुरंग या सतह पर होगा. बुलेट ट्रेन की रफ्तार करीब 320 किलोमीटर प्रति घंटे की होगी. रेल मंत्री ने मीडिया को बताया की भारतीय इंजीनियर्स के लिए इस तरह का यह पहला प्रोजेक्ट है जिसका काम बहुत सारी चुनौतियों के बीच चल रहा है.  गौरतलब है कि बुलेट ट्रेन के रूट में टोटल 12 स्टेशन होंगे जिनमें से 8 गुजरात में और 4 महाराष्ट्र में होगा.

 ठाकरे सरकार के कार्यकाल पर रेलमंत्री का आरोप

बुलेट ट्रेन भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट है. महाराष्ट्र से लेकर गुजरात तक बुलेट ट्रेन का काम युद्धस्तर पर चल रहा है. मुम्बई पहुँचे रेलवे मंत्री ने मीडिया को बताया की जब महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की नेतृत्व वाली महाविकास आघाडी की सरकार थी तब बुलेट ट्रेन परियोजना पर बिल्कुल ध्यान नही दिया गया जिसके कारण इसे पूरा करने में देरी हो रही है. रेलमंत्री ने आगे बताया की जब से महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस की डबल इंजन वाली सरकार आयी है तब से बुलेट ट्रेन परियोजना को काफी गति मिली है. रेल मंत्री ने आगे बताया कि बुलेट ट्रेन का फेज-1 बिलिमोरा से सूरत तक साल 2026 तक शुरू कर दिया जाएगा.