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महाराष्ट्र में संवैधानिक संकट टला, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने MLC पद की ली शपथ

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने सोमवार को विधान परिषद के सदस्य के तौर पर शपथ ली.

Updated on: 18 May 2020, 04:21 PM

मुम्बई:

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने सोमवार को विधान परिषद के सदस्य के तौर पर शपथ ली. दक्षिण मुम्बई स्थित विधान भवन में महाराष्ट्र विधानपरिषद के अध्यक्ष रामराजे निम्बाल्कर ने ठाकरे और 14 मई को निर्विरोध चुने गए अन्य आठ लोगों को शपथ दिलाई. उद्धव ठाकरे के अलावा विधान परिषद की उपसभापति नीलम गोरे (शिवसेना), भाजपा के रणजीत सिंह मोहिते पाटिल, गोपीचंद पाडलकर, प्रवीण दटके और रमेश कराड , राकांपा के शशिकांत शिंदे और अमोल मितकरी तथा कांग्रेस के राजेश राठौड़ ने शपथ ली. ये नौ सीटें 24 अप्रैल को खाली हुई थीं.

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शिवसेना अध्यक्ष इस चुनाव के साथ पहली बार विधायक बने हैं. उन्होंने पिछले साल 28 नवंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी और उनके लिए 27 मई से पहले विधानमंडल के दोनों सदनों में से किसी एक का सदस्य बनना जरूरी था. उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य भी विधानसभा के सदस्य हैं और तीन पार्टी की गठबंधन सरकार में मंत्री भी हैं.

बता दें कि एमएलसी पद की शपथ लेने से पहले महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे हलफनामे पर सवाल उठ गए हैं. पुणे के एक प्रोफेसर ने चुनाव आयोग से शिकायत कर इस हलफनामे को गलत बताया है. प्रोफेसर के मुताबिक हलफनामे में उद्धव की संपत्ति और बैंक खातों की जानकारी मेल नहीं खा रही है. इससे अब हलफनामे को लेकर कई सवाल भी पैदा होने लगे हैं.

गौरतलब है कि 14 मई को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे राज्य विधान परिषद के लिए निर्विरोध चुने गए. इसी के साथ सीएम उद्धव की कुर्सी पर छाया संवैधानिक संकट टल गया है. आपको बता दें कि महाराष्ट्र की नौ विधान परिषद सीटों के लिए 14 प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किया था. मंगलवार को नामांकन पत्रों की जांच के दौरान निर्दलीय उम्मीदवार शहबाज राठौर का नामांकन रद्द हो गया था. इसके अलावा चार उम्मीदवारों ने मंगलवार को ही अपना नाम वापस ले लिया है. इस तरह से नौ सीटों के लिए सिर्फ 9 उम्मीदवार ही बचे थे. जिसके चलते सभी निर्विरोध चुने गए हैं.

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NCP ने दो सीटों के लिए चार उम्मीवारों से नामांकन दाखिल कराए थे. NCP से अतिरिक्त नामांकन भरने वाले किरण पावस्कर और शिवाजीराव गरजे दोनों ने ही मंगलवार को अपना नामांकन वापस ले लिया था. इसके साथ ही एनसीपी के शशिकांत शिंदे और अमोल मटकरी निर्विरोध रूप से चुने गए. शिवसेना की तरफ से सीएम उद्धव ठाकरे और नीलम गोर्हे विधान परिषद के लिए चुनावी मैदान में थीं. कांग्रेस की ओर से राजेश राठौर उम्मीदवार थे.