Devendra Fadnavis: महज कुछ ही दिनों में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव का मतदान होने वाला है. इसे लेकर सभी पार्टियां लगातार चुनावी रैलियां और जनसभा को संबोधित करते नजर आ रहे हैं. पीएम नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री अमित शाह से लेकर सभी दिग्गज राजनेता महाराष्ट्र के चुनावी रैलियों में हुंकार भर रहे हैं.
महायुति में ठाकरे की कोई जगह नहीं- फडणवीस
इस बीच न्यूज एजेंसी ANI को दिए गए अपने एक इंटरव्यू में प्रदेश के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस से जब पूछा गया कि क्या महायुति ने उद्धव ठाकरे के लिए दरवाजा बंद कर दिया है तो इस पर जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि हां निश्चित तौर पर महायुति में उद्धव ठाकरे की कोई जगह नहीं है और ना ही हमें उनकी जरूरत पड़ने वाली है. आजकल मैं बहुत संभलकर बात करता हूं, लेकिन 2019 के चुनाव ने हमें बहुत कुछ सिखाया है कि राजनीति में कुछ भी हो सकता है.
2019 के चुनाव ने बहुत कुछ सिखाया
आगे जब उनसे पूछा गया कि लोग ऐसा कह रहे हैं कि पिछले 5 साल में महाराष्ट्र में बहुत कुछ हुआ है तो कभी भी कोई पार्टी किसी भी तरफ जा सकती है. चुनाव के बाद बहुत कुछ बदल सकता है. जिसका जवाब देते हुए फडणवीस ने कहा कि पिछले 5 सालों में ऐसा हुआ है, लेकिन मेरा मानना है कि इस बार लोग महायुति को निर्णायक रूप से जीत दिलाएंगे.
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महाराष्ट्र की राजनीति में उथल-पुथल
बता दें कि पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी और शिवसेना ने एक साथ चुनाव लड़ा था, लेकिन चुनाव के बाद शिवसेना और बीजेपी के बीच मतभेद आ गया और शिवसेना ने कांग्रेस के साथ मिलकर प्रदेश में अपनी सरकार बना ली. वहीं, 2022 में शिवसेना दो गुटों में बंट गई, एक उद्धव गुट और दूसरा ठाकरे गुट. शिंदे ने 40 से ज्यादा विधायक के साथ आकर बीजेपी से हाथ मिला लिया.
महायुति Vs महाविकास अघाड़ी
जिसके बाद प्रदेश में बीजेपी और शिवसेना (शिंदे) की सरकार बनी. जिसके बाद 2023 में एनसीपी भी दो गुटों में बंट गई. एक गुट अजित पवार का और दूसरा शरद पवार का. पिछले पांच सालों में महाराष्ट्र की राजनीति में काफी उथल-पुथल देखने को मिली है. अब देखना दिलचस्प होगा कि इस बार किसकी सरकार बनती है, महायुति की या महाविकास अघाड़ी की?