भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध जारी है. इस बीच, महाराष्ट्र में स्थित सिद्धिविनायक मंदिर ने बड़ा फैसला लिया है. मंदिर में अब नारियल, माला और प्रसाद नहीं चढ़ाया जा सकता है. मंदिर भगवान गणेश को समर्पित है. मंदिर दक्षिणी मुंबई के प्रभादेवी इलाके में स्थित मंदिर है, जो मुंबई का लोकप्रिय धार्मिक स्थल है. यहां हर रोज बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं.
श्री सिद्धिविनायक गणपति मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष सदा सरवणकर ने बताया कि मंदिर में हर रोज हजारों लोग आते हैं. मंदिर आतंकियों की हिट लिस्ट में है. हाल में एक वरिष्ठ अधिकारी पुलिस अधिकारी ने ट्रस्ट के साथ बैठक की. उन्होंने कहा कि हमें सरकार और पुलिस दोनों से कई सलाह मिली है. भगवान गणेश को चढ़ाए जाने वाले नारियल सुरक्षा जांच के दौरान पहचान में नहीं आते हैं. इनमें जहर भी हो सकता है. इससे बचने के लिए हमने फैसला है कि भगवान को माला और नारियल चढ़ाने की अनुमति नहीं दे सकते हैं.
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फूल विक्रेताओं से की बात
सरवणकर ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच फैले तनाव के कारण ये सुरक्षा उपाय अस्थाई है. सरणवकर ने कहा कि मंदिर ट्रस्ट ने मंदिर के बाहर फूल विक्रेताओं से बात की. 11 मई से पहल शुरू की जाएगी. दो दिन का समय उन्हें अपना मौजूदा स्टॉक करने के लिए दिया गया है.
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दुर्वा उपलब्ध करवाने की कोशिश
शिवसेना के पूर्व विधायक ने बताया कि मंदिर ट्रस्ट की कोशिश है कि क्या वे भक्तों के लिए फूल और दूर्वा उपलब्ध करवा सकते हैं या फिर नहीं. पौराणिक मान्यताओं के अनुुसार, दूर्वा भगवान गणेश को बहुत पसंद है.
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सुरक्षा उपायों में बढ़ोत्तरी करेगा मंदिर प्रशासन
सुरक्षा उपायों को मजबूत करने के लिए ट्रस्ट 20 रिटायर्ड सशस्त्र बलों के कर्मियों की भर्ती करेगा. वे हथियारों से लैस होंगे. श्रद्धालुओं की सुरक्षा को मजबूत करना पुलिस और मंदिर ट्रस्ट की है.