जम्मू-कश्मीर : भाजपा विधायक ने अमरनाथ बेस कैंप का निरीक्षण किया
बर्थडे स्पेशल : लिएंडर पेस; जिनके पिता भी दिला चुके हैं ओलंपिक में भारत को पदक
इस एक्ट्रेस ने खोला 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' के सेट का राज, कही ये बात
तेलंगाना मॉडल पर हो जाति जनगणना : इमरान मसूद
Ravi Kishan पत्‍नी के सो जाने के बाद हर रात करते हैं ये काम, सच्चाई जानकर नहीं होगा यकीन
द बंगाल फाइल्स : 100 साल के किरदार के लिए पल्लवी जोशी ने खुद को ऐसे किया तैयार
IPL 2026: आईपीएल 2026 में इन 5 युवा खिलाड़ियों को मिल सकती है मोटी रकम, IPL 2025 में जीता फैंस का दिल
जहीर या सागरिका, किससे मिलता है इनके बेबी का फेस? पहली बार सामने आई फोटो देखकर खुद कीजिए डिसाइड
Sachin Tendulkar: सचिन तेंदुलकर ने किया कुछ ऐसा, जिसने करोड़ों फैंस का जीत लिया दिल, हर कोई कर रहा है वाहवाही

3 दलों के गठबंधन महाअघाड़ी को लेकर शिवसेना नेता संजय राउत ने कही ये बात

संजय राउत (Sanjay Raut) ने आगे कहा कि इन तीनों ही दलों को अपनी-अपनी पार्टी को विस्तारित करनेे और उसे मजबूत करने की पूरी तरह से आजादी है. ऐसा जरूरी नहीं है कि हम हर एक चुनाव एक साथ मिलकर ही लड़ें.

संजय राउत (Sanjay Raut) ने आगे कहा कि इन तीनों ही दलों को अपनी-अपनी पार्टी को विस्तारित करनेे और उसे मजबूत करने की पूरी तरह से आजादी है. ऐसा जरूरी नहीं है कि हम हर एक चुनाव एक साथ मिलकर ही लड़ें.

author-image
Ravindra Singh
एडिट
New Update
Sanjay Raut

शिवसेना नेता संजय राउत( Photo Credit : फाइल )

शिवसेना के राज्यसभा सांसद और सामना के संपादक संजय राउत (Shivsena Rajya Sabha MP and Editor of Samna Sanjay Raut) ने महाराष्ट्र (Maharashtra) में महाविकास अघाड़ी गठबंधन (Mahavikas Aghadi Alliance) को लेकर बयान दिया है कि ये राजनीतिक दलों का विलय नहीं है बल्कि 3 दलों का गठबंधन है. संजय राउत (Sanjay Raut) ने आगे कहा कि इन तीनों ही दलों को अपनी-अपनी पार्टी को विस्तारित करनेे और उसे मजबूत करने की पूरी तरह से आजादी है. ऐसा जरूरी नहीं है कि हम हर एक चुनाव एक साथ मिलकर ही लड़ें बाकी चुनावों के लिए तीनों दलों के लिए खुले विकल्प हैं. स्थानीय चुनावों के लिए निर्णय स्थानीय नेता ही लेते हैं हम तो केवल लोकसभा और राज्यों में विधानसभा चुनावों के लिए रणनीति तैयार करते हैं. 

Advertisment

वहीं संजय राउत ने शनिवार को ही पीटीआई से बातचीत करते हुए ये भी बताया कि साल 2014 के बाद शिवसेना का बीजेपी के साथ गठबंधन में उनका दम घुट रहा था. शिवसेना की स्थिति गुलामों जैसी हो गई थी. भारी बहुमत से जीतकर सत्ता में पहुंची भारतीय जनता पार्टी सहयोगी दलों से गुलामों की तरह व्यवहार करने लगी थी. यहां तक कि शिवसेना का राजनीतिक अस्तित्व भी बीजेपी ने खत्म करने की कोशिश की थी. लेकिन वो अपन मंसूबों में कभी भी कामयाब नहीं हुए उन्हें हमेशा इस मोर्चे पर मुंह की खानी पड़ी थी.

संजय राउत ने शनिवार को उत्तरी महाराष्ट्र के जलगांव में शिवसेना कार्यकर्ताओं को संबोधित किया था. इस संबोधन के दौरान संजय राउत ने कहा कि, पिछली सरकारों में शिवसेना को दोयम दर्जे पर रखा जाता था. उसके कार्यकर्ताओं को गुलाम समझा जाता था. शिवसेना के समर्थन से मिली ताकत को बीजेपी ने शिवसेना को ही खत्म करने की कोशिश की थी. 

यह भी पढ़ेंःकोरोना संक्रमण पर संजय राउत का तंज, कहा- रूस ने वैक्सीन बना ली और भारत 'पापड़' बेच रहा है

यह भी पढ़ेंःसंजय राउत को धमकी देने वाले शख्स कोलकाता से गिरफ्तार किया गया

आपको बता दें कि शिवसेना नेता संजय राउत का बयान ऐसे समय में आया है, जब कुछ ही दिनों पहले महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एवं शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी. इस मुलाकात के बाद से ही सियासी गलियारों में चर्चा का बाजार गर्म हो चुका था. आपको बता दें कि शिवसेना और बीजेपी का गठबंधन साल 2019 में महाराष्ट्र विधानसभा के बाद मुख्यमंत्री के पद को लेकर टूट गया था.

HIGHLIGHTS

  • शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी अलग-अलग दल हैंः राउत
  • तीनों दलों का विलय नहीं हुआ है ये एक राजनीतिक गठबंधन है
  • 2014-2019 तक बीजेपी ने हमारे साथ गुलामों जैसा बर्ताव कियाः राउत
शिवसेना नेता संजय राउत ShivSena congress Maharashtra Politics NCP Lok Sabha Election Shivsena Leader Sanjay Raut शिवसेना महाराष्ट्र पॉलिटिक्स
      
Advertisment