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शिवसेना नेता अनीता बिरजे बोलीं- शिवसैनिकों की भावनाओं से खेलना बंद करे शिंदे गुट

बिरजे ने कहा कि पार्टी में बगावत के बाद शिवसैनिक असमंजस में थे, लेकिन नवनियुक्त नेताओं की घोषणा के बाद वे जिले और राज्य में नागरिकों के लिए काम करने के लिए खुले तौर पर सामने आए हैं.

Updated on: 01 Aug 2022, 07:24 PM

नई दिल्ली:

शिवसेना की नवनियुक्त उप नेता अनीता बिरजे ने सोमवार को प्रतिद्वंद्वी एकनाथ शिंदे समूह के नेताओं से शिवसैनिकों की भावनाओं के साथ नहीं खेलने को कहा. बिरजे महाराष्ट्र के ठाणे शहर के आनंद आश्रम में शिवसेना के दिग्गज दिवंगत आनंद दीघे को श्रद्धांजलि देने के बाद मीडिया से बात कर रही थीं, जहां सैकड़ों शिवसैनिक समर्थन दिखाने के लिए एकत्र हुए थे. दिवंगत दीघे के करीबी सहयोगी और शिवसेना की महिला शाखा की अध्यक्षता करने वाली बिरजे को रविवार को उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले धड़े का उप नेता नियुक्त किया गया, जबकि आनंद दिघे के भतीजे केदार को पार्टी की ठाणे जिला इकाई का प्रमुख नियुक्त किया गया.

बिरजे ने कहा कि पार्टी में बगावत के बाद शिवसैनिक असमंजस में थे, लेकिन नवनियुक्त नेताओं की घोषणा के बाद वे जिले और राज्य में नागरिकों के लिए काम करने के लिए खुले तौर पर सामने आए हैं. उन्होंने कहा, 'हम 80 फीसदी सामाजिक कार्य और 20 फीसदी राजनीति के साथ दिवंगत शिवसेना सुप्रीमो बालासाहेब ठाकरे के बताए रास्ते पर चलेंगे.'

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पार्टी नेता ने कहा कि प्रतिद्वंद्वी समूह के नेताओं को शिवसैनिकों की भावनाओं के साथ नहीं खेलना चाहिए, अगर कोई ऐसा करने की कोशिश करता है तो वह इस अवसर पर उठ खड़े होंगे. इस अवसर पर केदार दिघे और ठाणे के सांसद राजन विचारे भी उपस्थित थे. पत्रकारों से बात करते हुए विचारे ने कहा कि बागियों को पार्टी में मिले पदों को नहीं भूलना चाहिए और दूसरों को परेशान किए बिना अपना काम करना चाहिए.