नागपुर में सोमवार को हुई हिंसा में शनिवार को एक व्यक्ति की मौत हो गई. नागपुर हिंसा में इरफान अंसारी गंभीर रूप से घायल हो गया था. शहर के मेयो अस्पताल में उसका इलाज किया जा रहा था.
ये है पूरी घटना
मृतक के भाई इमरान सानी ने कहा कि हमने अपने भाई को बचाने की पूरी कोशिश की. हालांकि, हम उसे बचा नहीं पाए. डॉक्टरों की टीम ने भी उसका अच्छा इलाज किया, लेकिन वे भी उसे बचा नहीं सके. सानी ने बताया कि सोमवार शाम को इरफान ऑटो से इटारसी जंकशन रेलवे स्टेशन जा रहा था. इस बीच, ऑटो वाले ने रास्ते में ऑटो रोक दिया और कहा कि वह यहां से आगे नहीं जाएगा, क्योंकि आगे का माहौल अच्छा नहीं है.
सानी ने कहा कि ऑटो वाले के मना करने के बाद इरफान ने पैदल ही स्टेशन जाने का फैसला किया. रास्ते में उसे कुछ अज्ञात लोगों ने घेर लिया और उस पर हमला कर दिया. हमले के कारण भाई बेहोश हो गया. उसके सिर पर गंभीर चोटें आईं हैं. हमले के कारण भाई का पैर टूट गया और उसके पीठ में चोटें आईं हैं. इमरान ने कहा कि जिन लोगों ने भी भाई के ऊपर हमला किया है और जिन लोगों की वजह से मेरे भाई की जान गई है, ऐसे लोगों के खिलाफ हम सख्त सजा चाहते हैं. हम चाहते हैं कि भविष्य में ऐसा किसी के साथ भी नहीं होना चाहिए.
दंगाइयों की संपत्ति होगी जब्त
नागपुर हिंसा के मामले में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शनिवार को कहा कि नागपुर हिंसा में नुकसान पहुंचाई गई संपत्तियों की कीमतों को दंगाईयों से वसूला जाएगा. अगर वे भुगतान नहीं करते हैं तो उनकी संपत्तियों को जब्त करके बेचा जाएगा.
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104 दंगाइयों की हुई पहचान
सीएम फडणवीस ने शनिवार को कहा कि सीसीटीवी कैमरों के वीडियो और फुटेज का विश्लेषण करने के बाद अब तक 104 दंगाइयों की पहचान की गई है. कानून के अनुसार, 12 नाबालिगों सहित 92 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई है.
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