नागपुुर में हुई हिंसा मामले में बड़ा अपडेट सामने आया है. दंगे के मास्टरमाइंड का खुलासा हो गया है. दरअसल, नागपुर के गणेश पेश पुलिस स्टेशन में दंगाईयों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी. एफआईआर के मुताबिक, माइनॉरिटी डेमोक्रेटिक पार्टी (एमडीपी) के शहर अध्यक्ष फहीम शमीम खान की अध्यक्षता में 50 से 60 लोगों ने अवैध रूप से भीड़ इकट्ठा की थी.
दरअसल, विहिप और बजरंग दल के लोगों ने गांधी गेट के पास छत्रपति शिवाजी महाराज के पुतले के सामने औरंगजेब की कब्र के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे. उन्होंने विरोध प्रदर्शन के दौरान, औरंगजेब का प्रतीकात्मक पुतले को फूंका. फहीम शमीम की अध्यक्षता में लोगों की भीड़ को इकट्ठा किया गया.
क्या बोले अबू आजमी
नागपुर हिंसा मामले में सपा के विधायक अबू आजमी का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि वे बहुत ज्यादा दुखी हैं. नागपुर में कभी भी ऐसी हिंसा नहीं हुई है. भारत गंगा-जमुना की तहजीब को मानने वाला देश हैं. हमें किसी के भड़कान में नहीं आना चाहिए. हमें शांति बनाए रखने की जरूरत है. देश को आगे बढ़ाना है तो हमें आपस में नहीं लड़ना चाहिए. कानून को हाथ में नहीं लेना चाहिए. कानून को अपना काम करने दीजिए. इंसाफ जरूर होगा.
क्या बोले नितेश राणे
हिंसा मामले में ही महाराष्ट्र के मंत्री नितेश राणे का भी बयान सामने आया है. उन्होने कहा कि पुुलिस के ऊपर जिसने भी हाथ उठाया है. हम उसे नहीं छोड़ेंगे. पहले भी पुलिसवालों के ऊपर हाथ उठाया गया है. ये किस प्रकार का आंदोलन है. जिहादी हमेशा पुलिस के ऊपर ही हाथ क्यों उठाते हैं. जिसने भी पुलिस वालों के ऊपर हाथ उठाया है, उन्हें उनका अब्बा याद दिलाया जाएगा. सच बोलना और हिंदुओं के साथ खड़े होने में कुछ भी गलत नहीं है. मैं सनातन के साथ खड़ा हूं. औरंगजेब को किताबों से हटाना ही होगा. ये कांग्रेस का पाप है.