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ओमिक्रॉन पर महाराष्ट्र ने जारी की नई गाइडलाइन, लोगों को मानने होंगे ये नियम

महाराष्ट्र सरकार ने छह देशों को अल्ट्रा रिस्क जोन में डाला है. गाइडलाइन ( Omicron variant New guidelines ) के अनुसार अब अगर इन देशों से कोई यात्री महाराष्ट्र पहुंचता है तो उसको संस्थागत क्वारंटाइन में जाना होगा.

Updated on: 02 Dec 2021, 05:37 PM

नई दिल्ली:

कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन ( Omicron Variant News ) ने अब भारत में भी दस्तक दे दी है. देश के कर्नाटक राज्य में ओमिक्रॉन ( Omicron Variant Karnataka News ) के दो केसों की पुष्टि हुई है. वहीं केंद्र और राज्य सरकारों ने ओमिक्रॉन की रोकथाम के लिए सख्तियां बढ़ा दी हैं. इस क्रम में महाराष्ट्र सरकार ने ओमिक्रॉन को लेकर नई गाइडलाइन जारी की है. महाराष्ट्र सरकार ने छह देशों को अल्ट्रा रिस्क जोन में डाला है. गाइडलाइन ( Omicron variant New guidelines ) के अनुसार अब अगर इन देशों से कोई यात्री महाराष्ट्र पहुंचता है तो उसको संस्थागत क्वारंटाइन में जाना होगा. जबकि हाई रिस्क वाले देशों से आने वाले शख्स को केंद्र की गाइडलाइन का पालन करना होगा. 

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महाराष्ट्र सरकार ने जिन देशों को अल्ट्रा रिस्क जोन में डाला है उनमें दक्षिण अफ्रीका, बोत्सवाना, नामीबिया, लासोथो, जिम्बाब्वे और इस्वातिनी शामिल हैं. गाइडलाइन के अनुसार इन देशों के यात्रियों को "प्राथमिकता के आधार पर उतारा जाएगा और अनिवार्य रूप से 7 दिनों के संस्थागत क्वारंटाइन के लिए भेजा जाएगा. ये नियम उन लोगों पर लागू होंगे जिन्होंने महाराष्ट्र पहुंचे से 15 ​दिन पहले इन देशों की यात्रा की थी या जिनमें ओमिक्रॉन के लक्षण हैं. संस्थागत क्वारंटाइन पीरियड पूरा करने के बाद यात्रियों को RTPCR टेस्ट कराना होगा. टेस्ट में अगर वो निगेटिव पाए जाते हैं तो उनको फिर से सात दिन के लिए होम क्वरांटाइन में जाना होगा. 

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इसके अलावा घरेलू यात्रियों को डबल डोज वैक्सीनेशन या RT-PCR की कोरोना निगेटिव रिपोर्ट देनी होगी. इसके साथ ही हाई रिस्क जोन वाले देशों से मुंबई आने वाले यात्रियों को लंबे संस्थागत क्वारंटाइन में भेजा जाएगा. इसके साथ ही एयरपोर्ट पर अपने ही खर्च से RT-PCR टेस्ट भी कराना होगा. अगर वो पॉजिटिव पाए जाते हैं तो उनको अलग से आइसोलेशन सुविधाएं दी जाएंगी. इसके साथ उनके सैंपल जिनोमिक टेस्टिंग के लिए भेजे जाएंगे. इसके बाद अगर वो निगेटिव पाए जाते हैं तो उनको सात दिन के लिए होम क्वरंटाइन किया जाएगा और आठवें दिन फिर से टेस्ट कराना होगा.