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मुंबई मेट्रो Photograph: (X)
रविवार शाम मुंबई मेट्रो की येलो लाइन-2A (Dahisar East–DN Nagar) और रेड लाइन-7 (Dahisar East–Andheri East) में अचानक आई सिग्नलिंग खराबी के कारण सेवाएं लगभग ठप हो गईं. इस तकनीकी समस्या ने न केवल संचालन प्रभावित किया बल्कि बड़ी संख्या में यात्रियों को स्टेशन पर फंसकर इंतजार करने के लिए मजबूर कर दिया. Andheri West स्टेशन पर स्थिति सबसे अधिक गंभीर बताई गई, जहां यात्रियों को लंबी देरी और कम सूचना के कारण भारी असुविधा का सामना करना पड़ा.
यात्रियों में नाराजगी
सेवाएं रुकने के बाद यात्रियों ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लगातार शिकायतें साझा कीं. एक यात्री ने पोस्ट किया कि मेट्रो पिछले 30 मिनट से Andheri West स्टेशन पर रुकी हुई है और कोई स्पष्ट सूचना उपलब्ध नहीं कराई जा रही. कई अन्य यात्रियों ने भी इसी तरह की शिकायतें दर्ज करते हुए बताया कि स्टेशन पर भीड़ बढ़ती जा रही थी और व्यवस्थापन से उचित संवाद नहीं हो रहा था.
Mid-Day की रिपोर्ट के अनुसार, कुछ यात्रियों ने स्टेशन पर अव्यवस्था की स्थिति की भी जानकारी दी. यात्री Jayesh Rane ने बताया कि स्टेशन पर अफरा-तफरी जैसा माहौल था और अधिकारियों की ओर से कोई स्पष्ट घोषणा नहीं की गई, जिससे लोगों की परेशानी और बढ़ गई.
सेवाएं बहाल होने के बाद भी रही धीमी रफ्तार
हालांकि कुछ समय बाद Maha Mumbai Metro Private Limited (MMRPL) ने X पर अपडेट जारी कर बताया कि दोनों लाइनों की सेवाएं बहाल कर दी गई हैं, पर यात्रियों की मुश्किलें तुरंत खत्म नहीं हुईं. PTI के मुताबिक, बहाली के बाद भी ट्रेनें धीमी गति से चल रही थीं, जिसके चलते देरी जारी रही.
MMRPL ने पोस्ट में यात्रियों से असुविधा के लिए खेद जताते हुए कहा कि उनकी टीमें पूरी गति से सामान्य संचालन बहाल करने में जुटी हैं. अधिकारी यह पता लगाने में भी लगे हैं कि सिग्नलिंग खराबी की मूल वजह क्या थी, ताकि भविष्य में ऐसी स्थिति दोबारा न हो.
वीकेंड पर होती हैं कम सेवाएं
गौरतलब है कि Maha Mumbai Metro Operations Corporation Limited (MMMOCL) इन लाइनों पर सोमवार से शुक्रवार के बीच प्रतिदिन 317 सेवाएं संचालित करता है. सप्ताहांत में यह संख्या घटकर 256 रह जाती है. ऐसे में देरी के दौरान विकल्प कम होने से यात्रियों की परेशानी और बढ़ गई. वीकेंड पर पीक आवर्स का हेडवे लगभग 8.06 मिनट और नॉन-पीक आवर्स में 10:25 मिनट रहता है. इस कारण ट्रेनें देरी से चलने लगीं तो भीड़ तेजी से बढ़ी और सामान्य से अधिक इंतजार करना पड़ा.
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