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पेड़ पर बैठकर लिखाई और पहाड़ पर पढ़ाई, बच्चों के आगे ऐसी मजबूरी कि जानकर रह जाएंगे दंग

कोरोना वायरस काल में देशभर में सभी स्कूल कॉलेज बंद पड़े हैं. इससे छात्रों की पढ़ाई पर बहुत बड़ा असर पड़ रहा है. लिहाजा बच्चों को ऑनलाइन शिक्षा दी जा रही है.

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Dalchand Kumar
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Maharashtra

पेड़ पर बैठकर लिखाई और पहाड़ पर पढ़ाई, बच्चों के आगे है ऐसी मजबूरी( Photo Credit : ANI)

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कोरोना वायरस (Corona Virus) काल में देशभर में सभी स्कूल कॉलेज बंद पड़े हैं. इससे छात्रों की पढ़ाई पर बहुत बड़ा असर पड़ रहा है. लिहाजा बच्चों को ऑनलाइन शिक्षा दी जा रही है. मगर ऑनलाइन शिक्षा के लिए भी देश में कई जगहों बच्चों को नई समस्या से दो चार होना पड़ता है. खासकर सुदूर गांव में रहने वाले बच्चों को इस परेशानी का सामना करना पड़ता है. इससे जुड़ा एक मामला भी सामने आया है, जिसे जानकर अपना हैरान रह जाएंगे.

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कई फिल्मों में लोगों को मोबाइल पर बात करने के लिए पेड़ों लटकते हुए और पहाड़ों की चोटियों पर चढ़ते हुए देखा होगा. लेकिन महाराष्ट्र के एक गांव में भी कुछ इसी तरह का दृश्य देखने को मिला है. कोरोना काल में यहां बच्चे पेड़ों पर बैठकर या पहाड पर चढ़कर ऑनलाइन पढ़ाई करते हैं. तस्वीरों में देखा जा सकता है कि एक टीचर कई बच्चों को पेड़ पर बैठाकर पढ़ा रहा है.

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यह मामला महाराष्ट्र के नंदुरबार जिले में पड़ते धडगाव गांव का है. यहां के एक शिक्षक लक्ष्मण पवार बच्चों को पहाड़ी पर या पेड़ पर ले जाकर पढ़ाते हैं, क्योंकि गांव के आसपास कहीं और जगह पर नेटवर्क सही नहीं आते हैं. इस मसले पर उप निदेशक शिक्षा प्रभागीय अधिकारी नाशिक प्रवीण पाटिल का कहना है कि बच्चों को जहां नेटवर्क मिलता है वहां स्टडी मेटेरियल डाउनलोड कर पढ़ाई करते हैं.

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