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शिवसेना हिंदुत्व भूल जाए,कांग्रेस को पता चला तो छिन जाएगी CM की कुर्सी : राम कदम

राम कदम के इस ट्वीट पर शिवसेना सांसद संजय राउत ने रविवार को कहा कि महाराष्ट्र में धार्मिक स्थलों को पुन: खोलने का राज्य सरकार का फैसला किसी की जीत या हार नहीं है. उन्होंने कहा कि पूजास्थलों को फिर से खोलने का श्रेय लेने का कोई सवाल नहीं उठता.

Updated on: 16 Nov 2020, 08:18 AM

मुंबई :

महाराष्ट्र में सोमवार से मंदिर खुल रहे हैं. धार्मिक स्थल राज्य सरकार की अनुमति के बाद आठ महीने बाद खुल रहे हैं. इसके लिए धार्मिक स्थलों पर पुख्ता तैयारी की गई है. इसको लेकर बीजेपी ने शिवसेना पर निशाना साधा है. बीजेपी नेता राम कदम ने हिंदुत्व पर शिवसेना को कठघरे में खड़ा किया है. राम कदम ने कहा कि शिवसेना हिंदुत्व की बात ना करे, कहीं राहुल गांधी और कांग्रेस को पता चला तो मुश्किल हो जाएगी शिवसेना के लिए. राम कदम ने उद्वव सरकार पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया-  सिद्धिविनायक मंदिर ढोल ताशे के साथ नाचते झूमते , गुलाल उड़ाते खुशी का इजहार करते हुए भगवान के  दर्शन करेंगे! महाराष्ट्र  सरकार की  जनता के दबाव के कारण  करारी हार और जनता बड़ी जीत का जश्न होगा ! सिद्धिविनायक महाराष्ट्र सरकार को  सद्बुद्धि प्रदान करे ! 

उधर, राम कदम के इस ट्वीट पर शिवसेना सांसद संजय राउत ने रविवार को कहा कि महाराष्ट्र में धार्मिक स्थलों को पुन: खोलने का राज्य सरकार का फैसला किसी की जीत या हार नहीं है. उन्होंने कहा कि पूजास्थलों को फिर से खोलने का श्रेय लेने का कोई सवाल नहीं उठता.

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बता दें कि महाराष्ट्र में कोरोना संकट के चलते 18 मार्च से मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारे, गिरिजाघर सभी धार्मिक स्थल बंद कर दिए गए थे, लेकिन मंदिरों को खोलने के लिए बीजेपी ने जैसे एक अंदोलन सा छेड़ दिया. अनशन हुआ और तो और महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोशियारी ने उद्धव सरकार को इसके लिए चिट्ठी तक लिख दी. इसके बाद तो बात हिंदुत्व तक पहुंच गई थी.

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सरकार के निर्देश के अनुसार सख्त नियम लागू किए है. राज्य के प्रमुख मंदिरों ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा और मंदिर परिसर में भीड़ नियंत्रित करने के लिए विशेष कदम उठाए हैं. सिद्धिविनायक मंदिर में रोज 1,000 श्रद्धालु ही मंदिर में दर्शन कर सकेंगे. इसके लिए ऑनलाइन बुकिंग करानी होगी. बिना बुकिंग के किसी भी श्रद्धालु को दर्शन नहीं हो पाएंगे. शिर्डी के साईं मंदिर ने प्रतिदिन 3,000 श्रद्धालुओं के दर्शन की व्यवस्था की गई हैं. अन्य मंदिरों और विभिन्न धर्मों के धार्मिक स्थलों पर भी इसी तरह के इंतजाम किए गए हैं.