रोजगार, महंगाई से त्रस्त लोग आत्महत्या कर रहे हैं तो कैसे दूर हुई गरीबी : जिग्नेश मेवाणी
नीतिगत दर में कटौती के बाद ऋण दरों में 30 आधार अंकों की गिरावट आने की संभावना : एसबीआई
निक्की तंबोली ने किया 'वीगन' डाइट अपनाने का फैसला
कहां रहती हैं विराट कोहली की मां? चकाचौंध से दूर सादा जीवन बिताती हैं सरोज कोहली
उत्तर प्रदेश की पुलिस अफसरों से प्रेरणा लेकर श्रिया पिलगांवकर ने 'छल कपट' में निभाया इंस्पेक्टर का किरदार
विवेक रंजन अग्निहोत्री ने समझाया सोशल मीडिया के एल्गोरिदम का खेल, बोले- ‘हर क्लिक करेंसी है’
कम पैसों में चाहिए अमीरों जैसा लुक, तो ट्राई करें ये सलवार सूट
Trains Cancelled : गर्मियों की छुट्टियों में घूमने का है प्लान तो हो जाएं अपडेट, रेलवे ने कैंसिल कर दी इतनी ट्रेनें
सीसीपीए ने ई-कॉमर्स कंपनियों को डार्क पैटर्न का पता लगाने के लिए 3 महीने के भीतर स्व-ऑडिट करने का निर्देश दिया

उद्धव ठाकरे से छिना शिवसेना का नाम और निशान, एकनाथ शिंदे गुट को मिला तीर-कमान

महाराष्ट्र की राजनीति में लंबे समय जारी उठापटक अब थम जाएगा. पिछले काफी समय से शिवसेना का नाम और पार्टी का निशान तीर-कमान को लेकर उद्धव ठाकरे गुट और एकनाथ शिंदे गुट के बीच घमासान चल रहा था.

author-image
Deepak Pandey
एडिट
New Update
Eknath Shinde

महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे( Photo Credit : File Photo)

महाराष्ट्र की राजनीति में लंबे समय जारी उठापटक अब थम जाएगा. पिछले काफी समय से शिवसेना का नाम और पार्टी का निशान तीर-कमान को लेकर उद्धव ठाकरे गुट (Uddhav Thackeray faction) और एकनाथ शिंदे गुट (Eknath Shinde faction) के बीच घमासान चल रहा था. इस बीच चुनाव आयोग ने शुक्रवार को एकनाथ शिंदे गुट के पक्ष में बड़ा आदेश दिया है. चुनाव आयोग से एकनाथ शिंदे गुट की बड़ी जीत हुई है, जबकि उद्धव ठाकरे गुट से पार्टी का नाम और निशान छिन गया है.  

Advertisment

चुनाव आयोग (Election Commission of India) ने आदेश दिया कि एकनाथ शिंदे गुट के पास पार्टी का नाम शिवसेना और पार्टी का प्रतीक तीर-कमान रहेगा. EC के इस आदेश के बाद अब उद्धव ठाकरे गुट का शिवसेना के नाम और चिह्न तीर-कमान पर कोई अधिकार नहीं रहेगा. आपको बता दें कि एकनाथ शिंदे ने पिछले साल जून के महीने में तख्तापटल किया था. इस दौरान शिवसेना दो गुट में बंट गई थी- एक गुट एकनाथ शिंदे का और दूसरा गुट उद्धव ठाकरे का. 

यह भी पढ़ें : Weight Loss : मोटापा कम करने के लिए अपनाएं सिर्फ ये 5 डाइट टिप्स, लंबे समय तक रहेंगे फिट

एकनाथ शिंदे गुट के बगावत के बाद उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था. इसके बाद महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे गुट और भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने मिलकर सरकार बनाई है. एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री और देवेंद्र फडणवीस उप मुख्यमंत्री बने. इसके बाद शिवसेना पार्टी को लेकर उद्धव और शिंदे गुट आमने-सामने आ गए. शिंदे गुट का कहना था कि हम बालासाहेब ठाकरे के विचारधारा को आगे बढ़ा रहे हैं. वहीं, उद्धव ठाकरे गुट ने भी शिवसेना पर अपना दावा ठोंका था.

इसके बाद दोनों गुटों ने शिवसेना के नाम और पार्टी के निशान तीर-कमान को लेकर चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाया. चुनाव आयोग के आदेश आने के बाद शिंदे गुट का शिवसेना पर अधिकार हो गया है, जबकि उद्धव ठाकरे गुट के लिए यह बहुत बड़ा झटका है. 

Source : News Nation Bureau

Uddhav Thackeray maharashtra eknathy shinde faction ShivSena Maharashtra Politics Eknath Shinde mumbai news election-commission-of-india
      
Advertisment