Maharashtra News: महाराष्ट्र से एक शर्मनाक मामला सामने आया है. यहां महाराष्ट्र लोक सेवा आयोग की ओर से कंडक्ट करवाई गई ग्रुप B की परीक्षा में एक बौद्ध भिक्षु को बैठने रोक दिया गया. पूरी घटना 2 फरवरी की है, जहां ग्रुप B के पेपर में सोलापुर जिले से आये एक बौद्ध भिक्षु (परीक्षार्थी) परीक्षा केंद्र के महिला शिक्षिका ने परीक्षा देने से रोक दिया, जिसपर अब कार्रवाई की मांग जोर पकड़ रही है.
ये है पूरा मामला
मिली जानकारी के अनुसार, सुशांत प्रकाश कांबले नामक एक बौद्ध भिक्षु MPSC की ग्रुप B का एग्जाम देने के लिए चंद्रपुर पहुंचता है. यहां लोकमान्य तिलक विद्यालय में रविवार 2 फरवरी की सुबह 9 बजे परीक्षा थी. अन्य परीक्षार्थियों समेत बौद्ध भिक्षु के कागजातों का वेरिफिकेशन किया जाता है. इसके बाद वेरिफिकेशन करने का टैग लगाया जाता है. फिर उसके आंखों के रेटिना की स्कैनिंग होती है, इतना ही नहीं बल्कि थंब को भी मशीन से स्कैन किया जाता है, जिसके बाद पीड़ित बौद्ध भिक्षु को परीक्षा देने के लिए रूम में भेज दिया जाता है.
कार्रवाई की मांग पकड़ रही जोर
अंदर पहुंचते ही सुशांत के हाथों में उत्तर पत्रिका थमाई जाती है, लेकिन परीक्षा देने के समय स्कूल की एक शिक्षिका आती है, और बौद्ध भिक्षु को परीक्षा देने से रोक देती है. आरोप है कि कुछ देर बाद उस बौद्ध भिक्षु को परीक्षा केंद्र से भी बाहर निकाला जाता है. ऐसे में अब परीक्षा केंद्र में एक बौद्ध भिक्षु के साथ हुए इस बरताव को लेकर कार्रवाई की मांग जोर पकड़ रही है.
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