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शिव सेना लीगल टीम का आरोप, 34 विधायकों में से 12 विधायकों के हस्ताक्षर जाली

संजय राउत ने कहा कि एकनाथ शिंदे और अन्य विधायकों ने बहुत गलत कदम उठाया है. राउत ने कहा सड़क और सदन की लड़ाई हम ही जीतेंगे.

Updated on: 24 Jun 2022, 02:35 PM

नई दिल्ली:

शिव सेना की लीगल टीम ने आरोप लगाया है कि 34 विधायकों का  समर्थन पत्र  जो एकनाथ सिंधे  ने स्पीकर के पास भेजा है उसमें 12  विधायकों के हस्ताक्षर जाली हैं. शिवसेना भवन में बुलढाना जिले के जिला प्रमुख और सह संपर्क प्रमुख पहुंचे. उन्होंने कहा कि पूरी शिवसेना बालासाहब ठाकरे को शिव सेना है और जो संकट पैदा हुआ है वह जल्द ठीक हो जायेगा. महाराष्ट्र संकट पर शरद पवार के साथ शिवसेना नेताओं की बैठक शुरू हो गयी है.

इसके साथ ही बागी विधायकों के पक्ष में भी समर्थन देने के लिए रामदास अठावले की पार्टी रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के कार्यकर्ता गुवाहाटी के रेडिसन होटल पहुंचे और एकनाथ शिंदे के साथ समर्थन जताया और कहा कि एकनाथ के साथ एनडीए है और हम भी इनके साथ है.

संजय राउत ने कहा कि एकनाथ शिंदे और अन्य विधायकों ने बहुत गलत कदम उठाया है. राउत ने कहा सड़क और सदन की लड़ाई हम ही जीतेंगे, हमारी सरकार कार्यकाल पूरा करेगी. हमने उनको टाइम दिया था लेकिन उन्होंने बात नहीं सुनी, अब हम उनको कह रहे हैं कि वो अब आकर दिखाएं..राउत आज कांफीनडेन्स में बोल रहे थे..

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विधानपरिषद नेता प्रतिपक्ष प्रवीण दरेकर ने राज्यपाल को पत्र भेजकर कहा कि, शिवसेना के अंतर्गत विवाद है. और सरकार से उद्धव ठाकरे इस्तीफा देने तक की बात सोशल मीडिया से कर रहे हैं. ऐसी परिस्थिति में सरकार लगातार शासनादेश जारी कर रही है जो संदेहास्पद है. कृपया तुरंत इसे हस्तक्षेप करें क्योंकि 48 घंटे में 160 शासनादेश जारी किए गए . तुरंत इसे रोकने की कृपा करें.
 
एमएलसी सचिन आहिर ने बताया कि मीटिंग में सभी शहर प्रमुख और जिला प्रमुखों को बुलाया गया है. और कुछ लोग आनलाइन जुड़े हैं, मुख्यमंत्री मार्गदर्शन करेंगे. शिवसेना विधायक भास्कर जाधव ने कहा कि, शिवसेना नेता संजय राउत को इस समय तोड़ने की भाषा नहीं करनी चाहिए जोड़ने की भाषा करनी चाहिए. यह वह समय नहीं है जब आप तोड़ने की बात करेंगे और आप किसके साथ कर रहे हैं अपने परिवार के साथ ही. विधायकों और मंत्रियों के बीच इस बात को लेकर निश्चित तौर पर दिक्कत है कि यह लोग कहीं ना कहीं तीन मंत्रियों को निर्दलीय कोटे में दे दिया और विधायकों को फंड नहीं मिल रहे हैं. आज वह तीनों निर्दलीय मंत्री कहां है, यह बात देखनी चाहिए और विधायकों को फंड नहीं मिल रहा है, कुछ चीजें हैं जो गलतियां हुई है, उसे बड़ा मन करके स्वीकार करना चाहिए और जोड़ने की भाषा करनी चाहिए.