डिप्टी CM बनने के बाद अजित पवार ने NCP पर ठोका दावा, बोले- पार्टी के सिंबल पर लड़ेंगे चुनाव

डिप्टी CM बनने के बाद अजित पवार ने अपने चाचा शरद पवार को खुली चुनौती दे दी है. अजित पवार ने साफ कर दिया कि वह पार्टी के नाम और सिंबल पर वह चुनाव लड़ेंगे. बता दें कि एनसीपी के 18 विधायकों में से 9 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली है.

डिप्टी CM बनने के बाद अजित पवार ने अपने चाचा शरद पवार को खुली चुनौती दे दी है. अजित पवार ने साफ कर दिया कि वह पार्टी के नाम और सिंबल पर वह चुनाव लड़ेंगे. बता दें कि एनसीपी के 18 विधायकों में से 9 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली है.

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Prashant Jha
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अजित पवार, डिप्टी सीएम( Photo Credit : सोशल मीडिया)

डिप्टी CM बनने के बाद अजित पवार ने कहा कि हमने एनडीए सरकार के साथ जाने का फैसला किया है. इसकी चर्चा कई दिनों से चल रही थी. आज हम एनडीए सरकार में शामिल हो गए हैं. पिछले 9 सालों से मोदी जिस तरह से विकास के लिए काम कर रहे हैं. उसे देखते हुए लगा कि हमें भी इसका हिस्सा होना चाहिए. पीएम मोदी तेजी से विकास कार्य कर रहे हैं. ऐसे में हमें विकास करने के लिए मोदी सरकार का समर्थन करना चाहिए. महाराष्ट्र की जनता की भलाई के लिए हमने शिंदे सरकार के साथ शामिल होने का निर्णय लिया है. लोगों को जो बोलना है बोलते रहें. हमें इस पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है. हमारा फोकस राज्य का विकास है. महाराष्ट्र को आगे बढ़ाने में जो मदद के लिए आगे आएगा हम उसके साथ हैं.  

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अजित पवार ने आगे कहा कि एनसीपी उनके साथ है. पार्टी के चुनाव चिह्न पर ही वह आगे का चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने कहा कि हम जिला पंचायत से लेकर लोकसभा चुनाव भी एनसीपी के बैनर तले लड़ेंगे. पार्टी और चुनाव चिह्न मेरा है. इसके लिए हमें लड़ना होगा तो लड़ेंगे. पार्टी के बाकी विधायक भी हमारे साथ हैं. आज शाम तक पार्टी के सभी विधायक मुंबई आएंगे. पार्टी के सभी नेता और कार्यकर्ता हमारे साथ हैं. अजित पवार ने कहा कि एनसीपी में युवाओं को मौका मिलना चाहिए. 

नेतृत्व के साथ ही देश आगे बढ़ता है- अजित पवार

अजित पवार ने आजादी से अबतक की राजनीतिक सफर पर भी चर्चा की. अजित पवार ने कहा कि जब 1947 में देश आजाद हुआ, तब से देखा गया कि देश नेतृत्व के साथ आगे बढ़ता रहा है. पहले नेहरूजी थे, पटेल थे. उसके बाद लाल बहादुर शास्त्री का नेतृत्व आया, उसके बाद फिर इंदिराजी का नेतृत्व आ गया. इमरजेंसी के बाद इंदिराजी के नेतृत्व में ही सरकार बनी. उसके बाद राजीव गांधी की सरकार बनी. 1984 के बाद देश में कोई भी एक ऐसा नेता नहीं दिखा जिसके नेतृत्व में देश आगे बढ़ा हो. अलग-अलग गुट की सरकारें बनती रहीं.  आपने पिछले 9 साल में देखा होगा कि मोदी जी के नेतृत्व में सरकार विकास के लिए कार्य कर रही है. देश ही नहीं विदेश में भी उनका सम्मान होता है. वहीं, मोदी विरोधी केवल अपने-अपने राज्य का देखते हैं. विपक्ष का कोई नेता जो नेतृत्व कर सके, मुझे नहीं दिखता है.'

 

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मोदी के खिलाफ पूरा विपक्ष बिखरा है- अजित पवार

अजित पवार ने कहा कि मोदी के खिलाफ में आज पूरा विपक्ष बिखरा हुआ है. आपस में ही लड़ रहे हैं. सभी मोदी विरोधी एकजुट हो रहे हैं, लेकिन मोदी की अगुवाई में देश मजबूत हो रहा है.

NDA में शामिल होने की मुख्य वजह ये है- छगन भुजबल

वहीं, छगन भुजबल ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि हम एनसीपी के सिंबल पर ही एनडीए गुट में शामिल हुए हैं. छगन भुजबल ने कहा कि हम सभी अजित पवार के साथ हैं. छगन भुजबल ने ये भी कहा कि शरद पवार ने कुछ दिन पहले ही कहा था कि अगले चुनाव में मोदी ही आएंगे. मोदी की लोकप्रियता आज भी बरकरार है. ऐसे में हमलोगों ने एनडीए के साथ होने का फैसला लिया है. छगन भुजबल ने यह भी कहा कि कुछ लोग कहेंगे कि केंद्रीय एजेंसियों के डर से अजित पवार ने यह फैसला लिया है, लेकिन मैं साफ कर दूं कि इसमें बहुत से ऐसे विधायक हैं, जिनपर किसी तरह के आरोप नहीं है. हमलोगों ने राज्य के विकास के लिए यह फैसला किया है. हम पीएम मोदी के नेतृत्व में काम करना चाहते हैं. 

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