महाराष्ट्र में अजित पवार को बड़ा झटका, इस विधायक ने छोड़ा साथ

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले NCP के बाबाजानी दुर्रानी अजित पवार गुट से शरद पवार गुट में शामिल हो रहे हैं. इस फैसले से अजित पवार को झटका लगा है.

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Ritu Sharma
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Maharashtra Assembly Election

Maharashtra Assembly Election 2024: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राज्य की राजनीति में महत्वपूर्ण बदलाव हो रहे हैं. परभणी के पाथरी विधानसभा क्षेत्र में हाल के दिनों में कई राजनीतिक घटनाएं सामने आई हैं. इनमें सबसे प्रमुख घटना बाबाजानी दुर्रानी का शरद पवार के नेतृत्व वाले एनसीपी गुट में शामिल होना है. बाबाजानी, जो एनसीपी के अजित पवार गुट के जिला अध्यक्ष थे, वो सार्वजनिक रूप से घोषणा की है कि वे शरद पवार के साथ जुड़ेंगे. आज दोपहर शरद पवार की मौजूदगी में उनका पार्टी में प्रवेश होगा.

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अजित पवार को झटका

आपको बता दें कि बाबाजानी ने बताया कि वे कुछ समय से अजित पवार की पार्टी में असहज महसूस कर रहे थे. उनकी शरद पवार की एनसीपी से बातचीत चल रही थी और अब उन्होंने निर्णय लिया है कि वे शरद पवार के साथ जुड़ेंगे. बाबाजानी का कहना है कि उन्होंने यह निर्णय विचारधारा के आधार पर लिया है और उनका यह कदम न केवल उनके निर्वाचन क्षेत्र में बल्कि पूरे देश में स्वागत किया गया है.

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विचारधारा पर आधारित निर्णय

आपको बता दें कि इसको लेकर एक मीडिया से बातचीत करते हुए बाबाजानी ने कहा, ''आज दोपहर दो बजे संभाजीनगर के एनसीपी भवन में मैं एनसीपी में शामिल हो जाऊंगा. मुझे कोई आश्वासन नहीं मिला है, लेकिन मैंने यह फैसला विचारधारा के आधार पर लिया है. मुस्लिम मतदाता उन पार्टियों को समर्थन नहीं दे रहे हैं जो बीजेपी के साथ हैं, इसलिए मैं शरद पवार की एनसीपी में शामिल हो रहा हूं.'' बाबाजानी का यह कदम स्पष्ट करता है कि उन्होंने अपनी राजनीतिक यात्रा को विचारधारा और सिद्धांतों के आधार पर नया मोड़ दिया है.

बाबाजानी दुर्रानी का राजनीतिक सफर

वहीं एनसीपी में विभाजन के बाद बाबाजानी ने शरद पवार का साथ छोड़कर अजित पवार के साथ जुड़ गए थे. हालांकि, विधान परिषद के विधायक के रूप में उनका कार्यकाल हाल ही में समाप्त हो गया और उन्हें अजित पवार से समर्थन नहीं मिला. इसलिए, बाबाजानी ने विधानसभा चुनाव के मद्देनजर शरद पवार के पास लौटने का निर्णय लिया है. बाबाजानी ने कहा कि वह 2004 में पहली बार विधानसभा के सदस्य बने थे और 2012 और 2018 में शरद पवार ने उन्हें विधान परिषद में सदस्य बनाया था.

राजनीतिक परिदृश्य में बदलाव

बता दें कि बाबाजानी का शरद पवार के गुट में शामिल होना महाराष्ट्र के राजनीतिक परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण बदलाव है. इससे स्पष्ट होता है कि राज्य की राजनीति में विचारधारा और सिद्धांतों का महत्वपूर्ण स्थान है. बाबाजानी के इस कदम से ना केवल पाथरी विधानसभा क्षेत्र में बल्कि पूरे महाराष्ट्र में एनसीपी के प्रति समर्थन बढ़ सकता है. आगामी विधानसभा चुनावों में यह घटना निश्चित रूप से महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी और राजनीतिक समीकरणों को नया रूप देगी.

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