Ajit Pawar and Sharad Pawar Reunite: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव में एनसीपी नेता अजित पवार ने खुद को साबित किया और उनकी पार्टी ने प्रदेश में कमाल कर दिया. वहीं, अजित पवार और चाचा शरद पवार के बीच दूरियां बढ़ती नजर आ रही हैं. इन सबके बीच डिप्टी सीएम की मां आशा ताई पवार की एक इच्छा ने सियासी भूचाल ला दिया है.
एक बार फिर साथ आएंगे चाचा-भतीजा
दरअसल, नए साल के मौके पर अजित पवार की मां मंदिर नगर पंढरपुर में स्थित विट्ठल रुक्मिणी मंदिर में जाकर पूजा अर्चना की. मंदिर में दर्शन के बाद जब मीडिया ने उनसे सवाल किया तो उन्होंने कहा कि वह बेटे अजित पवार और शरद पवार का एक साथ होने का कामना करती हैं. उन्होंने कहा कि अजित पवार और शरद पवार के बीच सभी दूरियां मिट जाए. उनकी इस मन्नत को लेकर अब एनसीपी नेता भी अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं.
क्या एनसीपी का होगा मर्जर?
अजित पवार गुट के नेता प्रफुल्ल पटेल ने चाचा-भतीजे के एक साथ आने को लेकर कहा कि यह सिर्फ आशा ताई नहीं बल्कि एनसीपी का एक-एक कार्यकर्ता चाहता है कि चाचा-भतीजा एक साथ आ जाए. प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि भले ही आज हम शरद पवार के गुट में नहीं है और एनसीपी दो हिस्सों में बंट चुकी है, लेकिन आज भी वह शरद पवार की बहुत इज्जत करते हैं. अगर पवार परिवार एक साथ आता है तो उन्हें इसकी बहुत खुशी होगी.
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अजित पवार की मां ने जताई इच्छा
बता दें कि लोकसभा चुनाव के दौरान भी शरद पवार की बेटी और सांसद सुप्रिया सुले अजित पवार के घर गई थी. जब उनसे इसे लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने साफ कहा था कि वह अपने चाचा-चाची के घर आई हैं और चाची आशा पवार से आशीर्वाद लिया. यह घर सिर्फ अजित पवार का नहीं है. अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या अजित पवार और शरद पवार एक बार फिर से साथ आते हैं?
2023 में दो गुटो में बंट गई थी NCP
वहीं, 2023 में एनसीपी दो गुटों में बंट गई थी. एक शरद पवार गुट और दूसरा अजित पवार. करीब 40 विधायकों के साथ अजित पवार ने बीजेपी से हाथ मिला लिया था. तब से अजित पवार की एनसीपी महायुति का हिस्सा है. महायुति के साथ मिलकर ही अजित पवार की एनसीपी ने 2024 महाराष्ट्र विधानसभा का चुनाव लड़ा और शानदार प्रदर्शन करते हुए 41 सीटों पर जीत हासिल की.