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उमरिया गैंगेरप मामले में अफसरों ने आयोग को नोटिस जारी किया

आयोग ने कहा है कि यह पीड़ित के मानवाधिकारों के उल्लंघन का मामला है और इससे यह स्पष्ट होता है कि नागरिकों को एक सुरक्षित वातावरण प्रदान करने वाली एजेंसियां अपने वैध कर्तव्य का पालन करने में विफल रही हैं.

आयोग ने कहा है कि यह पीड़ित के मानवाधिकारों के उल्लंघन का मामला है और इससे यह स्पष्ट होता है कि नागरिकों को एक सुरक्षित वातावरण प्रदान करने वाली एजेंसियां अपने वैध कर्तव्य का पालन करने में विफल रही हैं.

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Vineeta Mandal
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Umaria Gangrape Case( Photo Credit : सांकेतिक चित्र)

मध्यप्रदेश के उमरिया शहर में 13 साल की एक लड़की के साथ कथित रूप से हुए गैंगरेप के मामले को राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने संज्ञान में लिया है और इस पूरे घटनाक्रम की राज्य के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी कर रिपोर्ट तलब की है. उमरिया जिले की किशोरी के साथ लगातार कई दिनों तक दुष्कर्म होता रहा. उसे पहले दो युवकों ने अपनी हवस शिकार बनाया, ढाबे में कैद रखा और फिर साथियों को सौंप दिया. इतना ही नहीं, किशोरी ने जिस ट्रक वाले से मदद की गुहार लगाई, उसने भी उसके साथ दरिंदगी करने में हिचक नहीं दिखाई.

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आयोग ने मीडिया में आईं खबरों के आधार पर कहा है कि यह वीभत्स घटना है जो क्षेत्र की कानून और व्यवस्था की स्थिति पर सवालिया निशान लगाती है. इस मामले में अपराधियों ने पीड़िता के मानवाधिकारों का उल्लंघन करने वाले कानून का कोई डर न रखते हुए दो बार जघन्य अपराध किया.

आयोग ने कहा है कि यह पीड़ित के मानवाधिकारों के उल्लंघन का मामला है और इससे यह स्पष्ट होता है कि नागरिकों को एक सुरक्षित वातावरण प्रदान करने वाली एजेंसियां अपने वैध कर्तव्य का पालन करने में विफल रही हैं.

आयोग ने 4 सप्ताह के भीतर मामले में एक विस्तृत रिपोर्ट मांगी है. रिपोर्ट में राज्य के मुख्य सचिव व पुलिस महानिदेशक को आरोपियों की गिरफ्तारी, पीड़ित को दिए गए परामर्श के साथ-साथ राहत और पुनर्वास प्रदान करने का ब्यौरा भी देना होगा.

Source : IANS

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