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धसान नदी में आई बाढ़ में बह गए थे तीन मजदूर, स्थानीय लोगों की मदद से बची जान

गुरुवार सुबह छतरपुर जिला मुख्यालय से करीब 60 किलोमीटर दूर धसान नदी में आई अचानक बाढ़ में गुजरात के तीन मजदूर बह गए.

Updated on: 27 Aug 2020, 08:12 PM

नई दिल्ली:

मध्यप्रदेश के कई इलाकों में जारी तेज बारिश की वजह से हालात बिगड़ते जा रहे हैं. गुरुवार सुबह छतरपुर जिला मुख्यालय से करीब 60 किलोमीटर दूर धसान नदी में आई अचानक बाढ़ में गुजरात के तीन मजदूर बह गए. मामले की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचे पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने बताया कि ये मजदूर झांसी-मानिकपुर रेलवे लाइन पर बन रहे एक पुल के निर्माण के लिए काम कर रहे थे. राहत की बात ये है कि स्थानीय ग्रामीणों की मदद से तीनों मजदूरों को बचा लिया गया.

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एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया. नौगांव के तहसीलदार बीपी सिंह ने बताया कि हरपालपुर थाना क्षेत्र के चपरन गांव में मज़दूरों के नदी में बहने की सूचना मिलने पर वह स्वंय और पुलिस थाने के निरीक्षक याकूब खान अपने दल बल के साथ मौके पर पहुंचे और स्थानीय ग्रामीणों की मदद से राहत अभियान शुरू किया. उन्होंने बताया कि लगभग एक घंटे की मेहनत के बाद नदी में बहे तीनों मजदूरों को बाहर निकाला जा सका.

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उन्होंने बताया कि चपरन गांव के पास रेलवे पुल निर्माण का कार्य चल रहा था. पिलर के काम मे लगे मजदूर अचानक नदी के पानी के तेज बहाव में बह गए. सिंह ने बताया कि गुजरात के रहने वाले मजदूर लोकेश, शैलेश और प्रबीन लगभग 500 मीटर से अधिक दूरी तक नदी में पानी के तेज बहाव में बह गये. चपरन गांव के गोताखोर धुराम, मनीराम, रामदास, लवकुश और प्रकाश ने कड़ी मशक्कत कर इनको बचा लिया. उन्होंने बताया की देर रात से ही तेज बारिश से धसान नदी पानी अचानक बढ़ गया था.