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MP: रेमडेसिविर और ऑक्सीजन की कालाबाजारी रोकने के लिए में टॉस्क फोर्स का गठन

एमपी में भी इस मुश्किल वक्त में कालाबाजारी का धड़ल्ले से चल रही है, जिसके बाद शिवराज सरकार सख्त हो गई है. शिवराज सरकार ने कालाबाजारी को रोकने के लिए ऐसे लोगों पर रासुका लगाने का आदेश दिया था. अब सरकार ऐसे लोगों को पकड़ने के लिए एक टॉस्क फोर्स का गठन करने जा रही है.

Updated on: 25 Apr 2021, 03:42 PM

highlights

  • कालाबाजारी रोकने के लिए टॉस्कफोर्स का गठन
  • कालाबाजारी करने वालों पर रासुका लगेगा
  • गृहमंत्री ने मीडिया को दी जानकारी

नई दिल्ली:

कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी के खतरे के बीच देश के कई राज्यों में ऑक्सीजन (Oxygen) की भारी किल्लत देखने को मिल रही हैं. इतना ही नहीं कई जगहों पर रेमडेसिविर इंजेक्शन की कमी भी देखने को मिल रही है. वहीं मानवता के दुश्मन इस आपदा में कमाई का मौका देख रहे हैं. देश के कई राज्यों से ऑक्सीजन, रेमडेसिविर और अन्य जरूरी दवाइयों की कालाबाजारी की खबरें सामने आई हैं. एमपी में भी इस मुश्किल वक्त में कालाबाजारी का धड़ल्ले से चल रही है, जिसके बाद शिवराज सरकार सख्त हो गई है. शिवराज सरकार ने कालाबाजारी को रोकने के लिए ऐसे लोगों पर रासुका लगाने का आदेश दिया था. अब सरकार ऐसे लोगों को पकड़ने के लिए एक टॉस्क फोर्स का गठन करने जा रही है.

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गृहमंत्री ने मीडिया को दी जानकारी

एमपी के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मीडिया को इस बात की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि यह सुनिश्चित करने के लिए एक टास्क फोर्स का गठन किया गया है कि ऑक्सीजन सिलेंडरों और रेमेडिसविर इंजेक्शनों की कोई कालाबाजारी न हो. सभी को ऐसे अपराधियों पर नजर रखने का निर्देश दिया गया है. जो भी लोगों के जीवन के साथ खेलने की कोशिश कर रहा है, उसके प्रति कोई भी उदारता नहीं दिखाई जाएगी.

जबलपुर से 2 डॉक्टर गिरफ्तार किए गए

गृहमंत्री ने बताया कि इंदौर और भोपाल में राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) लागू किया गया है. जबलपुर, रतलाम और इंदौर में दर्ज शेष मामलों में आगे की कार्रवाई की जा रही है. बता दें कि मध्य प्रदेश पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) ने गुरुवार को जबलपुर से रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी के आरोप में निजी अस्पताल के 2 चिकित्सकों सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया था.

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सभी पर लगाया गया रासुका

एसटीएफ ने आरोपियों के पास से चार रेमडेसिविर इंजेक्शन, छह मोबाइल फोन, एक चार पहिया वाहन एवं 10,400 रूपये नगद बरामद किए गए हैं. दोनों डॉक्टरों सहित सभी पर रासुका के तहत कार्रवाई की गई है. दोनों डॉक्टरों को छह महीने तक सेंट्रल जेल में बंद करने का आदेश जारी हुआ है.

22 अप्रैल को CM शिवराज ने दिया था आदेश

कोरोना वायरस की वजह से प्रदेश में दवाओं की बढ़ती कालाबाजारी को रोकने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ऐसा करने वालों के खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई का आदेश दिया था. इसके बाद जबलपुर में यह कार्रवाई की गई.