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मध्य प्रदेश में बाढ़ से विकराल स्थिति, लोगों को बचाने के लिए NDRF और सेना उतरी

मध्य प्रदेश में पिछले दिनों में मूसलाधार बारिश से हालात बदतर हो चले हैं. बारिश के कारण नदियों और नालों ने विकराल रूप ले लिया है.

Updated on: 30 Aug 2020, 10:54 AM

भोपाल:

मध्य प्रदेश में पिछले दिनों में मूसलाधार बारिश से हालात बदतर हो चले हैं. बारिश के कारण नदियों और नालों ने विकराल रूप ले लिया है. स्थिति इतनी विकराल हो गई है कि जलमग्न क्षेत्रों से लोगों को बचाने के लिए सेना और एनडीआरएफ को उतारा गया है. मध्य प्रदेश का होशंगाबाद जिला सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है. सीहोर और छिंदवाड़ा समेत अन्य कई जिलों में भारी बारिश के कारण तालाब और नदी, नाले उफान मार रहे हैं. जिससे लोगों का जीवन अस्त व्यस्त हो गया.

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राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मानें तो मध्य प्रदेश के 9 जिलों के 394 से ज्यादा गांवों में बाढ़ ने तबाही मचाई है. अब तक 7000 से अधिक लोगों को बचाकर सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है. छिंदवाड़ा में बाढ़ में फंसे 5 लोगों को हेलीकॉप्टर से एयरलिफ्ट किया गया है और इसके अलावा बालाघाट जिले के एक गांव में फंसे तीन लोगों को भी एयरलिफ्ट कर लिया गया. मुख्यमंत्री ने शनिवार को लगभग डेढ़ घंटे तक नर्मदा नदी के तट पर बसे होशंगाबाद और सीहोर जिलों के बाढ़ ग्रस्त इलाकों का हवाई सर्वेक्षण भी किया था.

अधिकारियों के अनुसार, होशंगाबाद में लगभग 3,500 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. सीहोर जिले में बचाव कार्यों में सहायता के लिये वायुसेना के दो हेलीकाप्टर और आ रहे हैं. 70 जवानों वाली सेना की दो टुकड़ियां सहायता के लिये आ रही हैं. इनमें से एक टुकड़ी रात तक होशंगाबाद जिले में पहुंच जाएगी, जबकि एक टुकड़ी को रायसेन जिले के बाढ़ग्रस्त इलाकों में सहायता के लिये उपयोग किया जाएगा. हरदा जिले में भी कई स्थानों पर नर्मदा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है.

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बाढ़ में फंसे लोगों को निकालने के लिए सरकारी तंत्र कड़ी मेहनत कर रहा है. मध्य प्रदेश के सबसे बड़े, नर्मदा नदी पर खंडवा जिले में बने इंदिरा सागर बांध के 20 में से 12 दरवाजे खोल दिए गए हैं. नर्मदा नदी में पानी बढ़ने से गुजरात में बने सरदार सरोवर बांध में भी जलस्तर बढ़ जाएगा. कलियासोत और कोलार डैम के गेट खोल दिए गए है. भोपाल का बड़ा तालाब का जल स्तर भी ओवरफ्लो हो रहा है. बारिश का कहर भी जारी है. राजधानी भोपाल में 24 घंटे में 7 इंच बारिश दर्ज की गई है.

सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात यह है कि अभी मुसीबत के बादल छटे नहीं हैं. मौसम विभाग ने आज भी कई जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई है. प्रदेश में छिंदवाड़ा, विदिशा, सीहोर, राजगढ़ और शाजापुर जिलों के अलग अलग स्थानों पर गरज और बिजली के साथ भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है. इसके साथ ही भोपाल, होशंगाबाद और इंदौर सहित प्रदेश के 17 जिलों में बारिश के लिए आरेंज अलर्ट जारी किया गया है. गुना, शिवपुरी समेत चार जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है. इस बीच, आईएमडी ने बताया कि मध्यप्रदेश में अब तक सामान्य से दस फीसद अधिक बारिश हो चुकी है.