MP: 4500 रुपये में खून का सौदा! सरकारी अस्पताल में मासूमों को HIV पॉजिटिव ब्लड चढ़ाने के मामले में बड़ा अपडेट

MP: सतना जिला अस्पताल में ब्लड ट्रांसफ्यूजन से छह थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों के एचआईवी पॉजिटिव होने का मामला सामने आया है. जांच में खून की दलाली और सिस्टम की लापरवाही उजागर हुई है.

MP: सतना जिला अस्पताल में ब्लड ट्रांसफ्यूजन से छह थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों के एचआईवी पॉजिटिव होने का मामला सामने आया है. जांच में खून की दलाली और सिस्टम की लापरवाही उजागर हुई है.

author-image
Yashodhan Sharma
एडिट
New Update
HIV Positive children

HIV Positive children

Satna: मध्य प्रदेश के सतना जिले से एक हैरान, परेशान और डरा देने वाला मामला सामने आया है. यहां जिला अस्पताल में थैलेसीमिया से पीड़ित 3 से 15 साल के छह मासूम बच्चों को बिना अनिवार्य जांच के खून चढ़ा दिया गया, जो बाद में HIV संक्रमित पाया गया. इस गंभीर लापरवाही के चलते सभी बच्चे HIV पॉजिटिव हो गए.

Advertisment

माता-पिता की रिपोर्ट नेगेटिव

यह मामला जनवरी से मई 2025 के बीच का बताया जा रहा है, लेकिन हैरानी की बात यह है कि महीनों तक इस सच्चाई को दबाने की कोशिश होती रही. जांच में यह साफ हो चुका है कि बच्चों के माता-पिता HIV नेगेटिव हैं और संक्रमण सिर्फ ब्लड ट्रांसफ्यूजन के जरिए फैला. सवाल उठता है कि जब हर ब्लड बैंक में स्क्रीनिंग अनिवार्य है, तो यह जानलेवा चूक आखिर कैसे हो गई?

मामले पर क्या लिया एक्शन

मामले के तूल पकड़ने के बाद स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया. आयुष्मान भारत के सीईओ डॉ. योगेश भरसट की अध्यक्षता में जांच समिति बनाई गई है. ब्लड बैंक प्रभारी और दो लैब टेक्नीशियन को निलंबित कर दिया गया है, जबकि पूर्व सिविल सर्जन को कारण बताओ नोटिस जारी हुआ है. लेकिन सवाल अब भी जस का तस है क्या सिर्फ निलंबन से बच्चों का भविष्य सुरक्षित हो जाएगा?

यह भी पढ़ें: इस राज्य में शादी से पहले HIV टेस्ट कराना होगा जरूरी, सरकार नया कानून लाने की कर रही तैयारी

4500 में खून का सौदा

इसी बीच जिला अस्पताल के बाहर खून की दलाली के काले कारोबार का भी खुलासा हुआ है. प्रशासन ने जाल बिछाकर ₹4500 में खून बेच रहे एक दलाल को रंगे हाथ गिरफ्तार किया, जबकि दो अन्य दलालों को भी हिरासत में लिया गया है. आशंका जताई जा रही है कि इसी नेटवर्क के जरिए एचआईवी संक्रमित खून बच्चों को चढ़ाया गया.

इस पूरे मामले ने स्वास्थ्य तंत्र की निगरानी, जवाबदेही और कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. विपक्ष ने भी दोषी अधिकारियों और जिम्मेदार लोगों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है.

यह भी पढ़ें: पश्चिमी प्रशांत में तेजी से बढ़े एचआईवी के मामले, डब्ल्यूएचओ ने जताई चिंता

यह भी पढ़ें: HIV Symptoms in Kids: सीतामढ़ी में बढ़ते HIV मामलों से स्वास्थ्य विभाग अलर्ट, 7000 से ज्यादा मरीजों में बच्चे भी शामिल

MP HIV Satna
Advertisment