मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में एक तरफ कोरोना संक्रमण के मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है तो दूसरी ओर स्वस्थ हो रहे मरीजों का आंकड़ा भी बढ़ रहा है. राज्य में अब तक जितने मरीज बीमार हुए उनमें से 51 फीसदी मरीज स्वस्थ होकर घरों को लौट चुके हैं. राज्य में कोरेाना वायरस (Corona virus) के शनिवार तक के आंकड़ों को देखें तो पता चलता है कि अब तक इस बीमारी के कुल मरीजों की संख्या 6,371 हुई है. सबसे ज्यादा मरीज इंदौर (Indore) में तीन हजार के करीब हैं. कुल मरीजों में से 3267 मरीज स्वस्थ हुए हैं. वहीं वर्तमान में सक्रिय मरीजों की संख्या 2823 है. इस तरह मरीजों के स्वस्थ होने की दर 51 फीसदी है.
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में कोरोना के उपचार की बेहतर से बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है. प्रदेश में बड़ी संख्या में फीवर क्लीनिक ने भी काम करना चालू कर दिया है. कोरोना से संक्रमित होने के बाद रिकवरी रेट बढ़कर 51 प्रतिशत हो गया है. वर्तमान में जिलों में लागू लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराना होगा और यह सुनिश्चित किया गया है गाइड लाइन के अनुसार इसमें छूट दी जाए.
राज्य सरकार ने सर्दी, जुकाम और बुखार के मरीजों के परीक्षण के लिए फीवर क्लीनिक शुरु किए हैं. इनका ब्यौरा देते हुए स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य सुलेमान ने बताया कि प्रदेश के एक हजार 496 फीवर क्लीनिक में 27 हजार 484 व्यक्तियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया. इनमें से 24 हजार 505 को होम आइसोलेशन की सलाह दी गई, छह हजार 415 व्यक्तियों के सैम्पल लिए गए, जिनमें से दो हजार 824 व्यक्तियों को कोविड केयर सेंटर व अस्पतालों में भिजवाया गया.
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राज्य में कोरोना संक्रमण के चलते जिलों को दो जोन रेड और ग्रीन में बांटा गया है. प्रमुख सचिव संजय दुबे ने बताया कि प्रदेश में ग्रीन जोन से ग्रीन जोन में जाने के लिए ई-पास समाप्त कर दिया गया है, परंतु रेड जोन में आने वाले इंदौर, भोपाल एवं उज्जैन से बाहर निकलने के लिए ई-पास की जरूरत होगी. इसी प्रकार दूसरे राज्यों में आने-जाने के लिए भी ई-पास की आवश्यकता होगी. राज्य के 52 में से 50 जिलों तक कोरोना के मरीज मिल चुके हैं. इस बीमारी से अब तक 281 लोगों की मौत हो चुकी है. इनमें इंदौर में 111, भोपाल में 42 और उज्जैन में 51 मरीजों की मौते हुई है.
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