सालों से लोगों को जिस पल का इंतजार था आने में अब बस कुछ ही घंटे बाकी है. 5 अगस्त को राम मंदिर का भूमिपूजन होने वाला है, जो कि एक बेहद ही ऐतिहासिक दिन होगा. लेकिन राम मंदिर भूमिपूजन से पहले इस पर राजनीति शुरू हो गई. कांग्रेस खुलकर राम मंदिर निर्माण और भूमिपूजन के फैसले पर अपना समर्थन दे रही है. वहीं बीजेपी इसे मध्य प्रदेश में होने वाले उपचुनाव से जोड़ते हुए देख रही है, जिससे उन्हें जनता का समर्थन मिले.
कमलनाथ ने राम मंदिर के भूमि पूजन से एक दिन पहले अपने आवास पर हनुमान चालीसा का पाठ करने का फैसला लिया है. इसके साथ ही उन्होंने ऐलान किया है कि 4 अगस्त को सभी कांग्रेस कार्यकर्ता अपने-अपने घर पर हनुमान चालीसा का पाठ करें. कोरोना महामारी संक्रमण फैलने से रोकने की गाइडलाइन का पालन करते हुए यह पाठ करें.
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कमलनाथ के मीडिया कोऑर्डिनेटर नरेंद्र सलूजा का कहना है कि कमलनाथ हनुमान भक्त हैं. इसी कारण उन्होंने छिंदवाड़ा में 101 फीट के हनुमान की प्रतिमा स्थापित की है. उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी और पीवी नरसिम्हा राव ने राम मंदिर निर्माण को लेकर पहल की थी, लेकिन अब कांग्रेस नेताओं की राम भक्ति पर बीजेपी के नेताओं के पेट में दर्द हो रहा है.
वहीं दिग्विजय सिंह ने कहा है कि हमारी आस्था के केंद्र भगवान राम ही हैं. आज समूचा देश भी राम भरोसे ही चल रहा है इसलिए हम सबकी आकांक्षा है कि जल्द से जल्द एक भव्य मंदिर अयोध्या राम जन्म भूमि पर बने और राम लला वहां विराजें. स्वर्गीय राजीव गांधी जी भी यहीं चाहते थे.
उन्होंने ये भी कहा कि रही बात मुहूर्त की, तो इस देश में 90 फीसदी से ज्यादा हिंदू ऐसे होंगे जो मुहूर्त, ग्रह दशा, ज्योतिष, चौघाड़िया आदि धार्मिक विज्ञान को मानते हैं. मैं तटस्थ हूं, इस बार कि 5 अगस्त को शिलान्यास का कोई मुहूर्त नहीं है, ये सीधे-सीधे धार्मिक भावनाओं और मान्यताओं से खिलवाड़ है.
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 अगस्त को राम मंदिर का शिलान्यास करेंगे. भूमि पूजन से पहले अयोध्या में 3 दिवसीय धार्मिक अनुष्ठान की शुरुआत सोमवार को हुई. पहले दिन गौरी-गणेश की पूजा हुई. इसी क्रम में मंगलवार यानि आज रामार्चा पूजा होगी. काशी और अयोध्या के 9 वैदिक आचार्य इस रामार्चा पूजा को संपन्न कराएंगे. इसके अलावा आज हनुमानगढ़ी में भगवान हनुमान की पताका की भी पूजा होगी.