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राम मंदिर पर भूमिपूजन को लेकर दिग्विजय सिंह ने कहा- नहीं है ये शुभ मुहुर्त

अयोध्या में राम मंदिर के भूमिपूजन (Ram Mandir Bhumipujan) को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने पीएम मोदी पर हमला किया है. उन्होंने कहा कि राम मंदिर का शिलान्यास का ये शुभ समय नहीं है इसलिए कई अशुभ घटनाए

Updated on: 03 Aug 2020, 09:11 AM

नई दिल्ली:

अयोध्या में राम मंदिर के भूमिपूजन (Ram Mandir Bhumipujan) को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने पीएम मोदी पर हमला किया है. उन्होंने कहा कि राम मंदिर का शिलान्यास का ये शुभ समय नहीं है इसलिए कई अशुभ घटनाएं लगातार घटित हो रही है. इसके साथ कांग्रेस नेता ने सीएम योगी पर तंज कसते हुए मोदी पर सनातन धर्म की मर्यादाओं को ध्यान नहीं रखने की भी बात कही हैं.

दिग्विजय सिंह ने ट्विट करते हुए कहा, 'मोदी जी आप अशुभ मुहुर्त में भगवान राम मंदिर का शिलान्यास कर और कितने लोगों को अस्पताल भिजवाना चाहते हैं? योगी जी आप ही मोदी जी को समझाइए. आपके रहते हुए सनातन धर्म की सारी मर्यादाओं को क्यो तोड़ा जा रहा है? और आपकी क्या मजबूरी है जो आप यह सब होने दे रहे हैं?'

उन्होंने अपने अगले ट्विट में सनातन धर्म की मर्यादों को तोड़ने का परिणाम भी गिनाया है. दिग्विजय सिंह ने लिखा, सनातन हिंदू धर्म की मान्यताओं को नजर अंदाज करने का ही नतीजा है कि आज राम मंदिर के समस्त पुजारी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. इसके अलावा यूपी की मंत्री कमला रानी वरुण का भी कोरोना से निधन हो गया. यूपी के बीजेपी अध्यक्ष भी कोरोना के कारण अस्पताल में भर्ती है.

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कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने आगे लिखा, 'गृहमंत्री अमित शाह भी कोरोना पॉजिटिव के कारण अस्पताल में भर्ती है. एमपी के सीएम और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भी कोरोना संक्रमित है. इनके अलावा कर्नाटक के बीजेपी के मुख्यमंत्री भी कोरोना पॉजिटिव है.'

इस अवसर को यादगार बनाने के लिए तीन अगस्त से पांच अगस्त तक अयोध्या को रोशनी से सजाया जाएगा और सभी निवासियों को इस अवधि के दौरान अपने घरों में दीया जलाने के लिए कहा गया है. वहीं पांच अगस्त को होने वाले भूमि पूजन में देशभर के करीब आठ हजार पवित्र स्थलों से मिट्टी, जल और रजकण का उपयोग किया जाएगा. कार्यक्रम से जुड़े लोगों का कहना है कि सामाजिक समरसता का संदेश देने के लिए देशभर से मिट्टी एवं जल का संग्रह किया जा रहा है.