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अचानक बुलाई गई बैठक से कयासों का बाजार गर्म, इन पर हुई चर्चा

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Updated on: 25 Sep 2021, 02:44 PM

highlights

  • अचानक बुलाई गई कैबिनेट बैठक पर कयासों का बाजार गर्म
  • जनकल्याणकारी योजनाओं पर चर्चा कर बनाई गई रणनीति
  • 7 अक्टूबर तक विशेष अभियान के तहत बड़े कार्यक्रम होंगे

भोपाल:

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा अचानक बुलाई गई कैबिनेट की बैठक को लेकर कयासों का बाजार गर्म था, मगर इस बैठक में जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ जन-जन तक पहुंचाने पर मंथन किया गया. साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन से शुरु होकर सुशासन दिवस तक चलने वाले कार्यक्रमों पर रणनीति बनाई गई. मुख्यमंत्री चौहान ने दोपहर को कैबिनेट की बैठक बुलाने के निर्देश दिए तो कयासबाजी को पंख लग गए. इस बैठक में राज्य में जारी जनकल्याणकारी योजनाओं पर न केवल चर्चा हुई बल्कि रणनीति भी बनाई गई. बैठक में तय हुआ कि मोदी और शिवराज सरकार के कामकाजों को जन-जन तक पहुंया जाएगा.

सात अक्टूबर तक किए जाएंगे कार्यक्रम
मुख्यमंत्री आवास पर हुई बैठक से बाहर निकले राज्य के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन के संबंध में जो जन कल्याणकारी कार्यक्रम मध्य प्रदेश की सरकार चला रही है उसके साथ सरकार की योजनाओं की एक-एक बिंदु पर बातचीत हुई है. शिक्षा, महिला सशक्तिकरण, जल जीवन से समेत अन्य कार्यक्रमों का आयोजन सात अक्टूबर तक किया जाना है उन पर चर्चा हुई. कोरोना महामारी के नियंत्रण के लिए चलाए जा रहे महा वैक्सीनेशन की चर्चा करते हुए डॉ. मिश्रा ने कहा कि पहला डोज लगाने में मध्य प्रदेश गुजरात से भी आगे निकल गया. शत प्रतिशत वैक्सीनेशन को लेकर दी चर्चा हुई. 27 सितंबर को होने वाले वैक्सीनेशन के महाअभियान की जिलों के प्रभारी मंत्रियों को दायित्व सौंपा गया है. इसके अलावा जनसुनवाई और समाधान ऑनलाइन पर भी विस्तार से चर्चा हुई.

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डेढ़ घंटे चली मुख्यमंत्री आवास पर बैठक
ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने बताया कि जन कल्याणकारी योजनाओं को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ मंथन हुआ. राज्य में गरीबों को राशन बांटा जाएगा. 17 सितंबर से 7 अक्टूबर तक विशेष अभियान के तहत बड़े कार्यक्रम होंगे. मुख्यमंत्री आवास पर लगभग डेढ़ घंटे तक कैबिनेट चली. इस बैठक में राजनीतिक चर्चा को लेकर पूछे गए सवालों को अधिकांश मंत्री टाल गए.