PM मोदी का बागेश्वर धाम से बयान: 'कुछ नेता धर्म का मजाक उड़ाकर समाज को बांटने में लगे हैं'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कुछ नेता धर्म का मजाक उड़ाकर समाज को बांटने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने जनता से सतर्क रहने और एकता बनाए रखने की अपील की. जानिए पूरी खबर
बागेश्वर धाम से लाइव बोले पीएम मोदी Photograph: (Social Media)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में एक बड़े बयान में कहा कि कुछ नेता धर्म का मजाक उड़ाने और समाज को बांटने में लगे हुए हैं. उन्होंने इसे एक गंभीर समस्या बताते हुए जनता से सतर्क रहने की अपील की. पीएम मोदी का यह बयान ऐसे समय में आया है जब देश में राजनीतिक सरगर्मियां तेज हैं और कई मुद्दों पर बहस जारी है.
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प्रधानमंत्री मोदी का बयान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पष्ट रूप से कहा कि देश में एक ऐसा समूह है जो धर्म का उपहास करता है और इसे बदनाम करने का प्रयास करता है. उन्होंने इस तरह की राजनीति को समाज के लिए हानिकारक बताया और कहा कि इसका मुख्य उद्देश्य लोगों को विभाजित करना और उनके बीच नफरत फैलाना है.
पीएम मोदी ने कहा, 'आज देश में कुछ ऐसे नेता हैं जो धर्म का अपमान कर समाज को बांटने का काम कर रहे हैं. उन्हें जनता की भलाई से कोई मतलब नहीं है, बल्कि वे सिर्फ अपने स्वार्थ के लिए लोगों की भावनाओं से खेलते हैं'
इस दौरान उन्होंने बागेश्वर धाम से जुड़ी आस्थाओं पर भी चर्चा की और कहा कि धर्म को राजनीति से अलग रखना जरूरी है.
लोकतंत्र और सामाजिक सौहार्द बनाए रखने की अपील
प्रधानमंत्री मोदी ने जनता से अपील की कि वे इस तरह की विभाजनकारी राजनीति से बचें और देश को एकजुट रखने में अपना योगदान दें. उन्होंने कहा कि भारत की ताकत उसकी एकता और सांस्कृतिक विविधता में है, और इसे किसी भी कीमत पर कमजोर नहीं होने देना चाहिए.
उन्होंने यह भी कहा कि भारत में लोकतंत्र की जड़ें बहुत मजबूत हैं और इसे कमजोर करने के प्रयासों को जनता ही विफल कर सकती है.
चुनावी मौसम में बयान के मायने
पीएम मोदी का यह बयान ऐसे समय में आया है जब देश में चुनावी माहौल बना हुआ है. राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि उनका यह संदेश आगामी चुनावों के मद्देनजर जनता को जागरूक करने के लिए दिया गया है.
इस बयान से यह भी साफ हो गया है कि बीजेपी उन नेताओं और दलों को निशाने पर ले रही है जो धर्म से जुड़े मामलों पर विवादित बयान देते हैं.
विपक्षी दलों की प्रतिक्रिया
प्रधानमंत्री मोदी के इस बयान के बाद विपक्षी दलों ने भी प्रतिक्रिया दी है. कुछ नेताओं ने कहा कि सरकार को पहले अपनी नीतियों पर ध्यान देना चाहिए, जबकि कुछ ने इसे चुनावी रणनीति बताया.
हालांकि, बीजेपी नेताओं का कहना है कि पीएम मोदी का बयान देशहित में है और इसका मकसद समाज को सही दिशा में ले जाना है.
जनता की राय और भविष्य की राजनीति
प्रधानमंत्री मोदी के इस बयान पर जनता की भी मिली-जुली प्रतिक्रिया आई है. कुछ लोग इसे सही ठहरा रहे हैं, जबकि कुछ का मानना है कि धर्म और राजनीति को अलग रखा जाना चाहिए.
आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि इस बयान का राजनीतिक असर कितना होता है और क्या इससे देश की राजनीति में कोई बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा.