logo-image

भोपाल में रेमडेसिवीर की कालाबाजारी पर 3 के खिलाफ रासुका

भोपाल के कलेक्टर अविनाश लवानिया ने जेके हॉस्पिटल में रेमडेसिविर इंजेक्शन की धोखाधड़ी और जालसाजी कर बाहर बेचने पर आकर्ष सक्सेना, दिलप्रीत सलूजा, और अंकित सलूजा पर कोलार थाना क्षेत्र के इन अपराधियों को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई की है. 

Updated on: 17 May 2021, 01:34 PM

highlights

  • रेमडेसिविर की कालाबाजारी पर लगी रासुका
  • पुलिस ने आरोपियों को रंगे हाथों पकड़ा था

नई दिल्ली:

देश में कोरोना (Coronavirus) की दूसरी लहर से हाहाकार मचा हुआ है. हर रोज 3 लाख से ज्यादा नए मरीज सामने आने से कोरोना दवाइयों, बेड्स और ऑक्सीजन की काफी किल्लत देखने को मिल रही है. जिसके चलते इनकी कालाबाजारी (Black marketing) भी काफी हो रही है. मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमितों की जान बचाने की उम्मीद वाले रेमडेसिविर इंजेक्शन (Remdesivir Injection) की कालाबाजारी नहीं रुक रही है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) ने कालाबाजारी करने वालों पर रासुका लगाने का आदेश दिया है. पुलिस ने आरोपियों को रंगेहाथों पकड़ा था.

ये भी पढ़ें- दो मंत्रियों समेत 4 नेताओं की गिरफ्तारी से आक्रोश में TMC कार्यकर्ता, फूंका PM नरेंद्र मोदी का पुतला

मुख्यमंत्री के आदेश पर ही एमपी की राजधानी भोपाल में इंजेक्शन की कालाबाजारी व हेराफेरी करने के आरोप में तीन लोगों पर रासुका के तहत कार्रवाई की गई है. भोपाल के कलेक्टर अविनाश लवानिया ने जेके हॉस्पिटल में रेमडेसिविर इंजेक्शन की धोखाधड़ी और जालसाजी कर बाहर बेचने पर आकर्ष सक्सेना, दिलप्रीत सलूजा, और अंकित सलूजा पर कोलार थाना क्षेत्र के इन अपराधियों को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई की है. 

कोरोना संक्रमण के समय जब संक्रमित लोगों की जान बचाने के लिए डॉक्टर द्वारा दवाई के रूप में रेमडेसिविर इंजेक्शन दिया जाता था तो उस समय लोगो की जान को खतरे में डालते हुए इन्होंने इंजेक्शन की कालाबाजारी की थी. कलेक्टर लवानिया ने पुलिस से प्राप्त रिपोर्ट के आधार पर आपदा काल में कानून व्यवस्था बनाए रखने और समाज में बेहतर माहौल बनाए रखने के उद्देश्य से उक्त अपराधियों पर रासुका की कर्रवाई करते हुए इनको केन्द्रीय जेल भोपाल मे रखने के आदेश जारी किए.

ये भी पढ़ें- एमपी में चक्रवाती तूफान तौकते दिखा सकता है तांडव, ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी

बता दें कि भोपाल के जेके अस्पताल (JK Hospital) से सामने आया है जहां कोविड केयर सेंटर के कर्मचारी और मैनेजर रेमडेसिवीर इंजेक्शन चोरी कर बाहर बेच रहे थे. पुलिस ने इस मामले में जेके अस्पताल के आईटी विभाग के मैनेजर आकाश दुबे सहित चार आरोपियों के खिलाफ रासुका के तहत केस दर्ज किया हैं.

इसके अलावा इस मामले में पुलिस ने एमपी नगर में इंदौर सीट कवर नाम से दुकान चलाने वाले दिलप्रीत उर्फ नानू सलूजा, उसके भाई अंकित सलूजा एवं ग्रीन मेडोज कॉलोनी में रहने वाले मेडिकल स्टोर संचालक आकर्ष सक्सेना को 5 इंजेक्शन के साथ रंगे हाथ गिरफ्तार किया हैं. इनको मैनेजर आकाश ने अस्पताल से रेमडेसिवीर इंजेक्शन चोरी कर 16 हजार रुपए में बेचे थे.