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उपचुनाव से पहले MP में सियासत हुई तेज, ज्योतिरादित्य सिंधिया ने लिखा- कुर्सी भी त्यागने से पीछे नहीं हटेंगे

मध्य प्रदेश में उपचुनाव (Madhya Pradesh Bypolls) होने हैं लेकिन उससे पहले ही प्रदेश में सियासी सरगर्मी तेज हो गई है. आए दिन नेताओं के तमाम सियासी बयान सामने आ रहे हैं.

Updated on: 13 Sep 2020, 09:48 AM

भोपाल:

मध्य प्रदेश में उपचुनाव (Madhya Pradesh Bypolls) होने हैं लेकिन उससे पहले ही प्रदेश में सियासी सरगर्मी तेज हो गई है. आए दिन नेताओं के तमाम सियासी बयान सामने आ रहे हैं. सभी राजनीतिक पार्टी उपचुनाव में जीत हासिल करने के लिए हर तरह के दांव-पेंच लगा रही हैं. वहीं बीजेपी राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी एक ऐसा ट्विट किया जिसने कई तरह के सवालों को जन्म दे दिया हैं.

उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर लिखा, 'हम जमीनी कार्यकर्ता है और अपनी धरती माँ से जुड़कर कार्य करने वालों में से हैं। हमें अपनी माटी, अपनी जनता के उज्ज्वल भविष्य की चिंता है, और यदि उसके लिए हमें कुर्सी भी त्याग करनी पड़े तो हम पीछे नहीं हटते.'

बताया जा रहा है कि सिंधिया ने ट्वीट कर कांग्रेस के उन सवालों का जवाब दिया है, जिसमें अक्सर कांग्रेसी उनपर आरोप लगाते हैं कि पद और पैसे की लालच में सिंधिया और उनके समर्थक विधायकों ने पार्टी छोड़ी थी. 

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बता दें कि राज्य में आगामी समय में 27 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने वाले हैं, इनमें से 16 सीटें ग्वालियर-चंबल इलाके से आती हैं और यह क्षेत्र ज्योतिरादित्य सिंधिया के प्रभाव वाला माना जाता है. वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में इस इलाके से कांग्रेस को बड़ी जीत मिली थी और कांग्रेस की डेढ़ दशक बाद सत्ता में वापसी हुई थी.

गौरतलब है कि राज्य में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में अब तक 24 तत्कालीन विधायक शामिल हो चुके हैं. पूर्व केंद्रीय मंत्री सिंधिया के साथ 22 तत्कालीन विधायकों ने एक साथ सदस्यता से इस्तीफा दिया था और बीजेपी में शामिल हो गए थे, जिससे कांग्रेस की सरकार गिर गई थी. उसके बाद प्रद्युम्न सिंह लोधी और फिर सुमित्रा ने बीजेपी की सदस्यता ली है.