Indore News: राष्ट्रीय संत अवधेशानंद गिरि महाराज आज एक दिवसीय दौरे पर इंदौर पहुंचे. एयरपोर्ट पर सैकड़ों की संख्या में उनके अनुयाई एयरपोर्ट पर पहुंचे और उनका आशीर्वाद लिया. इस दौरान उन्होंने मीडिया से महाकुंभ को लेकर अपनी चर्चा की शुरुआत की. अवधेशानंद गिरि महाराज ने कहा कि यह हिंदू संस्कृति का एक अनूठा पर्व है. भारतीय संस्कृति अति प्राचीन संस्कृति है और मानव का अस्तित्व जब से है जब से प्राणियों का अस्तित्व है तभी से सनातन संस्कृति है.
अवधेशानंद महाराज ने कहा कि सनातन संस्कृति का उच्चतम परिणाम हमारी संस्कृति का गौरव वैभव कई देखना हो तो महाकुंभ एकमात्र स्थान है. वहीं चार स्थानों पर इस तरह का आयोजन होता है. उज्जैन में उसे सिंहस्थ के नाम से कहते हैं ,हरिद्वार इससे कुंभ के नाम से पुकारा जाता है, तो वहीं प्रयागराज में से महाकुंभ के नाम से पहचाना जाता है.
35 से 40 करोड़ श्रद्धालु आने की संभावना
गिरि महाराज ने कहा कि इस महाकुंभ में 35 से 40 करोड़ तक के श्रद्धालुओं के आने की संभावना है और सभी मिलकर आध्यात्मिक की अलख जगाते हैं. यूनेस्को ने इसे संस्कृत अमूल्य धरोहर घोषित किया हुआ है. यूनेस्को ने कहा है कि यह अमूल्य हेरिटेज में शामिल किया है और बताया कि इससे विराट मनुष्य का समागम नहीं हो सकता. जहां मनुष्य एक साथ रहते हों बिना किसी कठिनाई के,अथवा सभ्य और संस्कृति धरोहर होकर और आदर्श देते हुए एक दूसरे को आदर करते हुए एक दूसरे की सेवा में जुटे हो उसे ही महाकुंभ कहते हैं.
भारतीयों का अनुशासन हम भारतीयों में सेवा की अद्भुत सेवा की आदर देने की भावना है वह देखी जा सकती है. मैं आपके माध्यम से यह आव्हान करता हूं कि मालवा की धरती पर आया हूं मां अहिल्याबाई की धरती पर आया हूं उसे नगर में आया हूं जो स्वच्छता के लिए जाना जाता है जो भारत के लिए एक आदर्श नगर भी है.
जहां हिंदू रहते हैं वह हिंदुस्तान
अवधेशानंद महाराज ने आगे कहा, 'यहां मालवा में आकर इंदौर में आकर यह आव्हान करता हूं कि यहां से आए यहां भी मध्य प्रदेश के लोग जानते हैं, पिछली सरकारों ने भी अच्छी व्यवस्था की है मैं आवाहन करता हूं सभी कुंभ में आए'. वहीं हिंदू राष्ट्र की बात को लेकर अवधेशानंद गिरि महाराज ने कहा कि हिंदू राष्ट्र है, जहां हिंदू रहते हैं जहां अमेरिकन रहते हैं वह अमेरिका, जहां स्विज रहते हैं वह स्विट्जरलैंड है, जहां जैपनीज रहते हैं वह जापान ,जहां हिंदू रहते हैं वह हिंदुस्तान है.
मोहन भागवत के बयानों पर जताया समर्थन
सनातन बोर्ड को लेकर अवधेशानंद गिरि ने कहा कि हम सब के कल्याण के लिए चीर काल से प्रार्थना करते आए हैं. पूरे विश्व को हम अपना मान बैठे हैं और इसके लिए हम निरंतर प्रार्थना करते हैं. इसके बाद मोहन भागवत को लेकर महाराज ने कहा कि आदरणीय मोहन भागवत जी हमारे आदर्श हैं आदरणीय मोहन भागवत जी ने जो कहा है उसके मुताबिक हमको सभी का आदर करते हुए सभी की भावना का सम्मान करते हुए देश में अच्छे वातावरण का निर्माण करना चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि आदरणीय मोहन भागवत हिंदू समाज के रक्षक हैं और वह चीर काल से अपना सबकुछ देकर सेवा कर रहे हैं ,वह हिंदू समाज के लिए जी रहे हैं और सबसे बड़ा संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ है.
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मंदिर निकलने पर कही ये बात
महाराज ने कहा कि विश्व की सभी एजेंसियां कहती हैं कि सबसे अनुवांशिक संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ है और उन्हीं से प्रेरणा लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को विकसित और आदरणीय बना रहे हैं. यह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से निकला विचार है और मैं उनके विचारों से में सहमत हूंं. वहीं मंदिर निकलने की बात को लेकर कहा गया सऊदी अरब ,फैजान में मंदिर निकल रहा है ,भारत में मंदिरों का निकलना कोई बड़ी बात तो नहीं है.
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